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शिवसेना ने सामना के जरिये फडणवीस पर कसा तंज, राज ठाकरे बोले-किसी लक्ष्य को साधने के फडणवीस बने डिप्टी CM

शिवसेना ने सामना के जरिये फडणवीस पर कसा तंज, राज ठाकरे बोले-किसी लक्ष्य को साधने के फडणवीस बने डिप्टी CM
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महाराष्ट्र की सत्ता से बेदखल हो चुकी उद्धव सेना अब सीएम एकनाथ शिंदे और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडण्वीस पर तंज कसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे ही। अब शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिये देवेंद्र फडण्वीस पर निशाना साधा है और लिखा है कि उपमुख्यमंत्री बनने वाले अचानक मुख्यमंत्री बन गए और हम काश मुख्यमंत्री बनेंगे, ऐसा लगने वाले को उपमुख्यमंत्री पद स्वीकार करना पड़ा। मास्टरस्ट्रोक के रुप में नाटक प्रस्तुत किया गया। नाटक पर अभी और काम किया जा रहा है।

महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, संजय राउत से लेकर तमाम उद्धव गुट के नेता देवेन्द्र फडण्वीस पर निशाना साध रहे है। और अब मुखपत्र सामना के जरिये डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर तंज कसा है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में फडणवीस पर तंज कसते हुए लिखा, इस 'क्लाइमेक्स' पर टिप्पणी, समीक्षा, परीक्षण की भरमार होने के दौरान 'बड़ा मन' और 'पार्टी के प्रति निष्ठा का पालन' ऐसा एक बचाव सामने आया। फडणवीस ने मन बड़ा करके मुख्यमंत्री के पद की बजाय उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार किया', ऐसा तर्क भी दिया जा रहा है।

सामना में लिखा गया है कि स्ट्रोक-मास्टर स्ट्रोक ऐसे ड्रामों का प्रयोग प्रस्तुत किया गया। एक पर्दा गिरा कि दूसरा पर्दा ऊपर, ऐसी भी घटनाएं हुई। इस पूरे राजनीतिक ड्रामे के सूत्र पर्दे के पीछे से चलाने वाली तथाकथित 'महाशक्ति' का पर्दाफाश भी बीच के दौर में हुआ। ऐसा लग रहा था कि अब तो ड्रामा खत्म होगा, लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा। वशिवसेना में बगावत कराकर महाराष्ट्र की सत्ता काबिज करना, यही इस ड्रामे का मुख्य उद्देश्य था। उसके मुताबिक इसके पात्रों ने अपनी-अपनी भूमिका निभाई। सूरत, गुवाहाटी, सुप्रीम कोर्ट, गोवा, राजभवन और सबसे अंत में मंत्रालय आदि जगहों पर इसके अलग-अलग प्रयोग पेश किए गए।

लेकिन वहीं मनसे प्रमुख राज ठाकरे का ये मानना है कि देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री किसी लक्ष्य को साधने के लिए बनाया गया है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस को शुभकामनाएं देते हुए लिखा, "मैं आपके डिप्टी सीएम की नियुक्ति पर ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा कि यह प्रमोशन है या डिमोशन। मैं सिर्फ इतना ही कहूंगा कि अगर किसी लक्ष्य को साधा जाता है तो उससे पहले धनुष की डोर को पीछे की ओर खींचा जाता है, ताकि लक्ष्य का भेदन किया जा सके। इसे डिमोशन नहीं माना जाना चाहिए"

Shipra Saini

Shipra Saini

News Anchor


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