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सिटी को-ऑपरेटिव बैंक फ्रॉड केस में उद्धव को झटका, शिवसेना के आनंदराव अड़सुल के घर ईडी की छापेमारी

आनंदराव पर 980 करोड़ रुपये का घोटाले का आरोप

सिटी को-ऑपरेटिव बैंक फ्रॉड केस में उद्धव को झटका, शिवसेना के आनंदराव अड़सुल के घर ईडी की छापेमारी
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महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख, परिवहन मंत्री अनिल परब के बाद अब महाराष्ट्र में शिवसेना के एक और बड़े नेता के खिलाफ ई़डी का शिकंजा कस चुका है जिसका नाम है आनंदराव अड़सुल है, आनंदराव पर सिटी को-ऑपरेटिव बैंक फ्रॉड मामले में 980 करोड़ रुपये का घोटाले का आरोप लगा है जिसकी जांच करने के लिए आज ईडी की टीम आनंदराव के घर छापेमारी करने पहुंची थी जिससे घबराए आनंदराव की मौके तबियत खराब हो गई जिसके बाद उन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया, आपको बता दें बैंक घोटाले मामले को लेकर ईडी पहले ही आनंदराव को समन भेज चुकी है और आज ही यानि की सोमवार को ईडी दफ्तर में उनकी पेशी भी होनी थी ।

बता दें हाल ही में ईडी ने मामले में उनसे जुड़े छह परिसरों की तलाशी ली थी। ईडी सिटी बैंक घोटाले में शिवसेना के पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल और उनके बेटे अभिजीत अडसुल से पूछताछ करेगी, वहीं ईडी ने पाया कि अडसुल दुरुपयोग की गई निधि का अंतिम प्राप्तकर्ता है।

बडनेरा से निर्दलीय विधायक और अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत कौर-राणा के पति रवि राणा की शिकायत पर ईडी ने ये बड़ी कार्रवाई की है, शिकायत में, राणा नेअड़सुल पर सिटी कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के जमाकर्ताओं के फंड के 900 करोड़ रुपये के कथित दुरुपयोग का आरोप लगाया है। जबकि पिता-पुत्र की जोड़ी ने इस आरोप का पूरी तरह से खंडन किया है।

विधायक रवि राणा ने कहा कि आनंदराव अडसुल और उनके दामाद ने अपनी संपत्ति सिटी कोऑपरेटिव बैंक को पट्टे पर दी थी। उस बैंक के अध्यक्ष आनंदराव अडसुल हैं। बैंक खाताधारकों का पैसा अवैध रूप से बिल्डरों को दिया गया। तो यह बैंक डूब गया। इसमें 980 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया है. मामला दर्ज हुए दो साल हो चुके हैं लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है क्योंकि मुख्यमंत्री उनकी पार्टी के हैं साथ ही उन्होंने कहा एक गंभीर अपराध किया है। ईडी अगर कार्रवाई करती है, तो खाताधारकों को न्याय जरूर मिलेगा, "

तो वहीं इस मामले पर आनंदराव अडसुल की सफाई भी आई है अड़सुल ने अपनी सफाई में कहा है कि 800 करोड़ रुपये के टर्नओवर वाले बैंक में 980 करोड़ रुपये का घोटाला कैसे हुआ? बैंक अधिकारियों को घोटाले के बारे में पता चलने के बाद मैंने खुद वित्तीय घोटालों और बैंकिंग धोखाधड़ी की जांच करने वाले संस्थान में शिकायत दर्ज कराई है। पूछताछ की जा रही है। हममें से कोई भी इसमें शामिल नहीं है।

इससे पहले, ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पिछले सप्ताह शिवसेना के टॉप लीडरों में से एक अनिल परब को समन जारी किया था। परब को ईडी ने मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया है इससे पहले भी हालांकि ईडी ने उन्हें समन भेजा था लेकिन तब वह ईडी के सामने पेश नहीं हो पाए थे। परब को 31 अगस्त को तलब तलब किया गया था, लेकिन वह तब ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। ..उन्होंने तब ईडी से पेशी के लिए 14 दिनों का समय मांगा था। इसके पीछे की वजह उन्होंने निर्धारित व्यस्तताओं को बताया था

Lata KC

Lata KC

News Anchor & reporter


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