शिवसेना के संसदीय दल में फूट,पूर्व MP आंनदराव अडसुल ने दिया इस्तीफा, राउत बोले - पैसे से हाईजैक नहीं कर सकते
महाराष्ट्र में शिवसेना के भीतर की अंदरुनी कलह खत्म नहीं हुई है। मराठी सियासत की लड़ाई अब दिल्ली के सियासी गलियारों में पहुंच गई है। विधायको की बगावत के बाद अब शिवसेना के संसदीय दल में भी फूट की खबरे सामने आ रही है। विधायकों के बागी होने के बाद उद्धव ठाकरे सांसद बचाने में जुट गए हैं।
इसी कड़ी में शिवसेना के सासंद संजय राउत ने प्रेस कांफ्रेस की बताया है कि हमने उद्धव ठाकरे के आदेश पर राजन विचारे को पार्टी का मुख्य सचेतक बनाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है।
We have made changes in Lok Sabha at the command of Uddhav Thackeray, have written a letter to Lok Sabha Speaker to make Rajan Vichare the Chief Whip of the party: Shiv Sena's Sanjay Raut pic.twitter.com/j4Sr2uzUkg
— ANI (@ANI) July 7, 2022
इस दौरान शिवसेना के पूर्व सांसद आंनदराव अडसुल के इस्तीफे को लेकर भी संजय राउत ने बयान दिया उन्होने कहा कि आनंद राव ने इस्तीफा दे दिया है, मुझे पता चला है कि उनके खिलाफ ईडी चल रही थी, उनके आवास पर छापेमारी हुई थी। कई नेताओं पर ऐसा दबाव है ।
We have made changes in Lok Sabha at the command of Uddhav Thackeray, have written a letter to Lok Sabha Speaker to make Rajan Vichare the Chief Whip of the party: Shiv Sena's Sanjay Raut pic.twitter.com/j4Sr2uzUkg
— ANI (@ANI) July 7, 2022
बता दें कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में संजय राउत ने आरोप लगाया कि बागी विधायकों को पैसे के बल पर खरीदा जा रहा है। शिवसेना बालासाहेब ठाकरे की है, किसी और की नहीं हो सकती। आप इसे पैसे से हाईजैक नहीं कर सकते।
दरअसल महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के बाद भी दल बदलने और इस्तीफो का दौर लगातार जारी है। इसी कड़ी में शिवसेना के पूर्व सासंद आनंदराव अडसुल ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अडसुल ने उद्धव ठाकरे को इस्तीफा भेजा है। अडसुल ने अपने लेटर में उद्धव ठाकरे पर आरोप लगाए है उन्होने कहा है कि मुश्किल समय में पार्टी और नेतृत्व ने उनका साथ नहीं दिया। अब माना जा रहा है कि इस्तीफे के बाद अडसुल शिंदे गुट को समर्थन कर सकते है।
Shipra Saini
News Anchor