Pyara Hindustan
National

दिल्ली का ऐतिहासिक राजपथ अब बनेगा 'कर्तव्य पथ', विपक्षियों ने शुरू की राजनीति, नरोत्तम मिश्रा बोलें- देश को गुलामी की याद दिलाने वाले प्रतीकों से मुक्ति मिलना चाहिए

दिल्ली का ऐतिहासिक राजपथ अब बनेगा कर्तव्य पथ, विपक्षियों ने शुरू की राजनीति, नरोत्तम मिश्रा बोलें- देश को गुलामी की याद दिलाने वाले प्रतीकों से मुक्ति मिलना चाहिए
X

केंद्र की मोदी सरकार अब जल्द ही नई दिल्ली के ऐतिहासिक राजपथ और सेंट्रल विस्टा लॉन का नाम बदलकर 'कार्तव्य पथ' करने जा रही है। सूत्रों के अनुसार, सरकार ने इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी है। वही राजपथ और सेंट्रल विस्टा लॉन का नाम बदलकर 'कर्तव्य पथ' किए जाने की खबरों के बाद राजनीति शुरू हो गई है। विपक्षी दलों ने इसको लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा का एक ट्वीट सामने आया है। उन्होंने लिखा है, यह क्या हो रहा है?

महुआ ने ट्वीट किया, यह क्या हो रहा है? क्या भाजपा ने हमारी संस्कृति को बदलने का अपना एक मात्र कर्तव्य बना लिया है। क्या उनके महापाप और पागलपन में हमारी विरासत का इतिहास फिर से लिखा जाएगा? साथ ही महुआ ने एक अन्य ट्वीट में लिखा,"मुझे विश्वास है कि वे राजपथ का नाम कर्तव्य पथ कर रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि वे पीएम आवास का नाम बदलकर किंगकर्तव्यविमूढ़ मठ करेंगे।"

वही MP के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, "देश को गुलामी की याद दिलाने वाले प्रतीकों से मुक्ति मिलना चाहिए और इसीलिए राजपथ अब 'कर्तव्य पथ' कहलाएगा।"

सरकार के इस फैसले के बाद कांग्रेस ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उसे राजपथ का नाम बदलकर 'राजधर्म पथ' करना चाहिए था, जिससे अटल बिहारी वाजपेयी जी की आत्मा को शांति मिलती।

वहीं दूसरी तरफ पार्टी के ही नेता मिलिंद देवड़ा ने सरकार के इस फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कार्तव्य पथ दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर की ओर जाने वाली सड़क का उपयुक्त नाम है।


क्या है सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट?

सेंट्रल विस्टा परियोजना की सितंबर 2019 में घोषणा की गई थी। 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परियोजना की आधारशिला रखी थी। इनका निर्माण किया जा रहा...

1. एक नया त्रिकोणीय संसद भवन

2. एक सामान्य केंद्रीय सचिवालय

3. तीन किलोमीटर के राजपथ का कायाकल्प

4. नया प्रधानमंत्री आवास

5. नया प्रधानमंत्री कार्यालय

6. एक नया उपराष्ट्रपति एन्क्लेव।


सात सितंबर को बुलाई गई बैठक

सूत्रों ने बताया कि नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने राजपथ और सेंट्रल विस्टा लॉन का नाम बदलकर 'कर्तव्य पथ' करने के संबंध में सात सितंबर को एक विशेष बैठक बुलाई है और प्रस्ताव को परिषद के समक्ष रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इंडिया गेट पर नेताजी की प्रतिमा से लेकर राष्ट्रपति भवन तक पूरा मार्ग और क्षेत्र कर्तव्य पथ के नाम से जाना जाएगा। जानकारी के अनुसार, बैठक में प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद केंद्र सरकार की ओर से जल्द ही राजपथ और सेंट्रल विस्टा लॉन का नाम बदलकर 'कार्तव्य पथ' करने को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है।

बता दें कि, इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन (रायसीना हिल) तक के मार्ग को राजपथ के नाम से जाना जाता है। हर साल यहां गणतंत्र दिवस पर भव्य परेड और झांकियां निकाली जाती हैं। नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के अंतर्गत आने वाला राजपथ एक उच्च सुरक्षा वाला इलाका है। ब्रिटिश काल में राजपथ को किंग्सवे कहा जाता था।

पहले भी सड़कों के बदले गए है नाम

सरकार का तर्क है कि आजादी के 75 साल बाद गुलामी का कोई भी प्रतीक नहीं रहना चाहिए, सबकुछ न्यू इंडिया वाले विजन को ताकतवर करने वाला साबित होना चाहिए. प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में औपनिवेशिक सोच दर्शाने वाले प्रतीकों को समाप्त करने पर जोर दिया था। आजादी के बाद प्रिंस एडवर्ड रोड को विजय चौक, क्वीन विक्टोरिया रोड को डॉ. राजेंद्र प्रसाद रोड, 'किंग जॉर्ज एवेन्यू' रोड का नाम बदलकर राजाजी मार्ग किया गया था। इन महत्वपूर्ण सड़कों के नाम अंग्रेजी ब्रिटिश सम्राटों के नाम पर थे। वहीं दूसरी ओर दिल्ली में भारतीय शासकों और शासक राजवंशों के नाम पर भी सड़कों के नाम थे। जैसे फिरोज शाह रोड, पृथ्वी राज रोड, लोदी रोड, औरंगजेब रोड, अकबर रोड आदि। मोदी सरकार के कार्यकाल में कई रास्तों का का नाम बदला गया है। साल 2015 में रेसकोर्स रोड का नाम बदलकर लोक कल्याण मार्ग किया गया, जहां प्रधानमंत्री आवास है। साल 2015 में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम रोड किया गया। साल 2017 में डलहौजी रोड का नाम दाराशिकोह रोड कर दिया गया। इस तरह से ऐसा लगता है कि देश चुन-चुनकर अब अंग्रेजों की परछाई से निकल रहा है।

Rani Gupta

Rani Gupta

News Reporter


Next Story