TMC सांसद की संसद में गुंडागर्दी, IT मंत्री से पेपर छीन फाड़ा अब हो गए निलंबित।
TMC सांसद की संसद में गुंडागर्दी, IT मंत्री से पेपर छीन फाड़ा अब हो गए निलंबित।

संसद के सत्र के दौरान टीएमसी के सांसद डॉ शांतनु सेन ने गुरुवार को संसद में स्पीच दे रहे आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथों से बयान की प्रति छीनकर फाड़ दी थी।जिसके चलते संसद सत्र में खूब हंगामा हुआ। आपको बता दें कि टीएमसी सांसद ने बयान प्रति को फाड़कर उपसभापति की ओर फेंका था। भरी सभा में डॉ शांतनु सेन की इस तरह की हरकत बेहद निंदनीय मानी जा रही है। वहीं उनकी इस हरकत पर उन्हें अब पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है।
TMC has a culture of violence and they are bringing the same in Parliament. : Shri @AshwiniVaishnaw ji pic.twitter.com/MaLu3T0zLe
— Suresh Nakhua ( सुरेश नाखुआ )🇮🇳 (@SureshNakhua) July 23, 2021
जानकारी के लिए बता दें कि टीएमसी सांसद शांतनु सेन बंगाल सीएम ममता बनर्जी के काफ़ी करीबी माने जाते हैं और साथ ही ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांगेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी के भी अच्छे संपर्क में है। कोलकाता में रहने वाले शांतनु सेन ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कोलकाता में टीएमसी पार्षद के रूप में की थी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के साथ ही राजनीति में अपने कदम जमाए। साल 2016 में ममता बनर्जी ने उन्हें मुर्शिदाबाद के कांटी सीट से विधानसभा सीट में उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वहां से वह चुनाव हार गए थे।
TMC MP Santanu Sen suspended from Rajya Sabha for this entire session, a day after he snatched papers from IT Minister Ashwini Vaishnaw and tore them in the House.
— ANI (@ANI) July 23, 2021
(File photo) pic.twitter.com/d3bgZ2y9Bu
शांतनु सेन के चुनाव में हारने के बाद भी ममता ने उन्हें पार्टी के प्रति उनके लगाव और मेहनत को देखकर पुस्कृत किया, साथ ही ममता बनर्जी ने उन्हें राज्यसभा का टिकट दिया और वह राज्यसभा सांसद बन गए। सांसद बनने के बाद भी डॉ शांतनु सेन ज़्यादा चर्चा नहीं बतौर पाए। वह ज़्यादातर विवादों से दूर ही रहे। लेकिन कहाँ ही में कोलकाता में फ़र्ज़ी आईएएस और फ़र्ज़ी वैक्सीनेशन केस में शांतनु की तस्वीर फ़र्ज़ी आईएएस देबांजन देब के साथ सार्वजनिक हुई थी।
उसके बाद डॉ सेन ने देबांजन देब के ख़िलाफ़ एफआईआर किया था। इसके पहले साल 2019 में उत्तर कोलकाता की एक प्रमोटर ने शांतनु सेन पर उनसे कट मनी लेने का आरोप लगाया था। हालाँकि यह साबित नहीं हुआ था, लेकिन उस समय भी यह मामला काफ़ी तूल पकड़ा था।