दशहरा के मौके पर आज ठाकरे और शिंदे गुट का पहला शक्ति प्रदर्शन, NCP चीफ शरद पवार ने दोनों गुटों को संयम बरतने की दी नसीहत
दशहरा के मौके पर आज महाराष्ट्र में सत्ता के बाद पहली बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के दोनों गुटों का शक्ति प्रदर्शन होने जा रहा है। मुंबई में दोनों गुट दशहरे पर अलग-अलग दशहरा रैली आयोजित की जा रही है। इसके मद्देनजर मुंबई में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। उद्धव ठाकरे गुट शिवसेना के पारंपरिक दशहरा रैली आयोजन स्थल मध्य मुंबई के शिवाजी पार्क में रैली कर रहे हैं। वहीं शिंदे गुट को पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के नजदीक बांद्रा कुर्ला काम्प्लेक्स (बीकेसी) स्थित एमएमआरडीए मैदान में दशहरा पर कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति दी गई है।
इस बीच महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे का ट्वीट सामने आया है जिसमें उन्होने देशवासियो को विजयदशमी की शुभकामनाएं देते हुए लिखा है कि यह कई नए संकल्पों के साथ सीमाओं को पार करने का समय है।
ही वेळ आहे अनेक नव्या संकल्पांसह सीमोल्लंघनाची
— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) October 5, 2022
हिंदूत्व आणि मराठी अस्मितेच्या रक्षणासाठी, राज्यातील माय-बाप जनतेच्या सुखसमृद्धी आणि भरभराटीसाठी.
मा. बाळासाहेबांच्या आशीर्वादानं आपण सगळे जमणार आहोत बीकेसी मैदानावर. सर्वांना विजयादशमीच्या, दसऱ्याच्या हार्दिक शुभेच्छा. #चला_BKC pic.twitter.com/MZRtafQJ8U
वहीं एनसीपी चीफ शरद पवार ने ने दोनों गुटों को संयम बरतने और सीमाएं न लांघने की नसीहत दी है। शरद पवार ने सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता कोई नई बात नहीं है। लेकिन इन दोनों गुटों को अपनी सीमाओं में रहना चाहिए। नहीं तो राज्य के लिए अच्छा नहीं होगा। पवार ने यह सलाह भी दी कि राज्य के वरिष्ठ नेताओं को आगे आकर माहौल ठीक रखने में सहयोग करना चाहिए। इसकी बड़ी जिम्मेदारी राज्य के मुख्यमंत्री की है। क्योंकि वह राज्य के 14 करोड़ लोगों के नेता हैं। इसलिए उनपर जिम्मेदारी ज्यादा है।
बता दें कि जून में शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के करीब 40 विधायकों ने बगावत कर दी थी जिसके बाद महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार का पतन हो गया था। इसके बाद से दोनों गुटों में कटुतापूर्ण संबंध हैं और कार्यकर्ताओं को सड़क पर झड़प करते देखा गया है। अब दशहरा के मौके पर ठाकरे और शिंदे गुट का होगा पहला शक्ति प्रदर्शन होगा। इसमें शामिल होने के लिए शिवसेना के दोनों गुट ठाणे में शक्ति प्रदर्शन करते मुंबई कूच करेंगे। बांद्रा बीकेसी मैदान पर होने वाली रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए ठाणे से अलग-अलग स्थानों से करीब 350 बसों में सवार होकर कार्यकर्ता रैली स्थल पहुंचेंगे।
शिंदे गुट के प्रवक्ता पूर्व महापौर नरेश म्हस्के के मुताबिक, ठाणे से 40 हजार से अधिक लोग रैली में शामिल होंगे। शिंदे गुट ने जहां बसों पर जोर दिया है, वहीं उद्धव समर्थकों ने लोकल ट्रेन पर जोर दिया है। इसके अलावा कुछ लोग पदयात्रा कर दादर पहुंचेंगे।
Shipra Saini
News Anchor