जमानत पर रिहा आतंक से जुड़े आरोपियों की GPS एंकलेट से होगी ट्रैकिंग, इस राज्य ने की शुरुआत
जम्मू-कश्मीर पुलिस जमानत पर रिहा आतंकी गतिविधियों में लिप्त पाए गए आरोपियों पर निगरानी रखने के लिए GPS एंकलेट का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। कश्मीर पुलिस ऐसा करने वाली देश की पहली पुलिस फोर्स बन गई है। वहीं, भारत में सबसे पहले GPS ट्रैकर पहनने वाला आरोपी, हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़ा एक ऑपरेटिव गुलाम मोहम्मद भट बन गया है। गुलाम 2007 के टेरर फंडिंग केस में आरोपी है।
#BreakingNews | J&K Police introduces GPS tracker anklet for monitoring of bail-out #terror accused
— News18 (@CNNnews18) November 5, 2023
J&K Police is the first police department in the country to introduce GPS tracker anklets @TejinderSsodhi shares more details | @SakshiLitoriya_ pic.twitter.com/YyrKoL62oz
GPS एंकलेट का सिस्टम कुछ ऐसा है, जिसमें इसे रिहा होने वाले शख्स के टखने में लॉक पहनाया जाएगा। इसके बाद उसके मूवमेंट की ट्रैकिंग पुलिस कंट्रोल रूम से की जाएगी। इस तरह की एंकलेट का इस्तेमाल अमेरिका, UK, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में जमानत, पैरोल और हाउस अरेस्ट (नजरबंद) आरोपी व्यक्तियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए किया जाता है। इससे जेलों में भीड़ कम होती है।
कौन है गुलाम भट जिसे पहनाया गया GPS ट्रैकर ?
स्पेशल NIA कोर्ट जम्मू के आदेश के बाद पुलिस ने गुलाम भट को GPS ट्रैकर पहनाया। गुलाम भट, उधमपुर में कई धाराओं समेत UAPA केस में आरोपी है। उसने अपनी जमानत के लिए याचिका लगाई थी। गुलाम को टेरर फंडिंग के ढाई लाख रुपए ले जाते हुए पकड़ा गया था। गुलाम, हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़ा है। आतंकी साजिश रचने के आरोप में NIA और दिल्ली पटियाला हाउस कोर्ट भी उसे दोषी ठहरा चुकी है और वह 12 साल की सजा काट चुका है।
Rani Gupta
News Reporter