BMC कोविड सेंटर घोटाले में फंसे उद्धव ठाकरे बोले PM केयर्स फंड की भी हो जांच , BJP को बताया नालायक
BMC कोविड घोटाले में फंसे महाराष्ट्र के पूर्व CM उद्धव ठाकरे ने अब पीएम केयर्स फंड की जांच की मांग कर दी है। उद्धव ने कहा कि अगर BMC कोविड घोटाले की जांच हो रही है तो फिर पीएम केयर्स फंड की भी जांच होनी चाहिए।
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री रहते हुए बीएमसी सेंटर घोटाले की जांच अब उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे तक पहुंच चुकी है। ईडी ने इस मामले मे कई चौंकने वाले खुलासे किए है। जांच की आंच उद्धव ठाकरे तक पहुंचने वाली है। जिसको लेकर अब उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीएमसी के कोविड खर्च की जांच हो रही है तो 'पीएम केयर्स फंड' की भी जांच की जानी चाहिए। पीएम केयर्स फंड किसी जांच के दायरे में नहीं आता। लाखों और करोड़ों रुपये इकट्ठा किए गए। कई वेंटिलेटर सही से काम नहीं कर रहे थे। हम भी जांच कराएंगे।
कोव्हिड काळातील भ्रष्टाचार जरूर काढा. देशभरात जे सर्व्हे झाले तेव्हा महाराष्ट्राच्या मुख्यमंत्र्यांचं नाव सर्वोत्तम मुख्यमंत्री म्हणून आलं. ही त्यांची पोटदुखी आहे. त्यामुळे निवडणुकीत त्यांना जमाल गोटा द्यायचा आहे. त्यांना घोड्याचंच औषध द्यावे लागेल. तरच त्यांचा कोठा मोकळा होईल !
— Uddhav Thackeray (@uddhavthackeray) June 24, 2023
उद्धव ठाकरे ने कहा कि महामारी के दौरान बेहतर प्रदर्शन करने वाले मुख्यमंत्रियों की लिस्ट में वह टॉप स्थान पर थे। जिसकी वजह से बीजेपी के 'पेट में दर्द' हो रहा है, क्योंकि उसका कोई भी नेता इस रैंकिंग में अपना स्थान नहीं बना पाया। उद्धव ठाकरे 2019 के आखिर में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने और जून 2022 तक इस पद पर रहे, जबकि पूरे देश में कोविड-19 महामारी का प्रकोप मार्च 2020 से बढ़ना शुरू हुआ। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी उद्धव ठाकरे को खलनायक बना रहे हैं। जनता तय करेगी कि वह नायक है या खलनायक, लेकिन आप 'नालायक' हैं।
ठाकरे ने कहा कि पूरी दुनिया महानगर में महामारी से निपटने को लेकर 'मुंबई मॉडल' की प्रशंसा कर रही थी, जबकि विपक्षी (स्पष्ट रूप से बीजेपी के संदर्भ में) बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुंबई को लूटा जा रहा है और यूबीटी की ओर से अनियमितताओं का खुलासा करने की वजह से कोविड घोटाले के आरोप सामने आए हैं।
Shipra Saini
News Anchor