संविधान के जिस बुनियादी ढांचा वाले फैसले पर उपराष्ट्रपति धनखड़ ने उठाए थे सवाल, CJI ने उसे बताया रास्ता बताने वाला ध्रुव तारा
संविधान के जिस बुनियादी ढांचा वाले फैसले पर उपराष्ट्रपति धनखड़ ने उठाए थे सवाल, CJI ने उसे बताया रास्ता बताने वाला ध्रुव तारा
CJI चंद्रचूड़ ने उप-मुख्यमंत्री जगदीप धनखड़ की बुनियादी संरचना सिद्धांत की आलोचना पर पलटवार करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचा सिद्धांत ध्रुव तारे की तरह है जो आगे का रास्ता जटिल होने पर मार्गदर्शन करता है.यह संविधान की व्याख्या और कार्यान्वयन करने वालों को एक निश्चित दिशा देता है.समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, सीजेआई ने कहा कि एक न्यायाधीश की शिल्प कौशल उसकी आत्मा को बरकरार रखते हुए बदलते समय के साथ संविधान के पाठ की व्याख्या करने में निहित है।बता दे CJI का यह बयान धनखड़ के बयान के ठीक बाद आया है जहा उन्होंने कहा था की वह 1973 के केशवानंद भारती के फैसले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्थापित मूल संरचना सिद्धांत से सहमत नहीं हैं।
"Verdict guides like a north star": CJI DY Chandrachud on basic structure doctrine.
— TIMES NOW (@TimesNow) January 22, 2023
Vice President Jagdeep Dhankhar had criticized the 1973 verdict earlier.@harishvnair1 & @MalhotraShivya with analysis.#CJI #JagdeepDhankhar pic.twitter.com/SOexqd9H0R
उस फैसले ने संविधान के मूल ढांचे को संसद की पहुंच से बाहर कर दिया, यह कहते हुए कि संशोधन करने की इसकी शक्तियां कुछ प्रतिबंधों के अधीन हैं। शीर्ष अदालत द्वारा राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (एनजेएसी) अधिनियम को रद्द करने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि था की संसद सर्वोच्च है और अदालतें कानून नहीं बना सकती हैं।
Anjali Mishra
News Anchor & Reporter