उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संसद के कामों में सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप पर जताई नाराजगी,कहा -संसद के फैसले कोई और क्यों रिव्यू क रे?
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संसद के कामों में सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप पर जताई नाराजगी,कहा -संसद के फैसले कोई और क्यों रिव्यू करे?
अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संसद के कामों में सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप पर नाराजगी जताई और कहा की क्या संसद द्वारा बनाया गया कानून तभी कानून होगा जब उस पर कोर्ट की मुहर लगेगी?.धनखड़ ने आगे कहा कि संसद के फैसले कोई और क्यों रिव्यू करे?अगर संसद के बनाए कानून को किसी आधार पर कोई संस्था अमान्य करती है तो प्रजातंत्र के लिए ठीक नहीं है।
#NewsKiPathshala: देश के बड़े फैसले कौन लेगा.. PM मोदी या सुप्रीम कोर्ट? न्यायपालिका के अधिकार क्षेत्र को लेकर क्या बोले देश के उपराष्ट्रपति? जानिए..
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) January 11, 2023
@SushantBSinha की 'न्यूज़ की पाठशाला' में देखिए, #SupremeCourt पर एक के बाद एक उठते सवालों का चैप्टर!#JagdeepDhankhar pic.twitter.com/pbsThzaHy6
धनखड़ ने कहा कि लोकतंत्र के अस्तित्व के लिए संसदीय संप्रभुता और स्वायत्तता सर्वोपरि है। कार्यपालिका या न्यायपालिका को इससे समझौता करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।वही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा की न्यायपालिका को भी मर्यादा का पालन करना चाहिए।सम्मेलन में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा की ऐसा लगता है न्यायपालिका काम में हस्तक्षेप कर रही है.
Anjali Mishra
News Anchor & Reporter