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सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस यू यू ललित का CJl के रूप में बड़ा एक्शन पैन्डिंग केसों पर सख्ती

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस यू यू ललित का CJl के रूप में बड़ा एक्शन पैन्डिंग केसों पर सख्ती
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सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश तौर पर पहले दिन ही एक्शन मोड में काम कर रहे हैं ी


जस्टिस यूयू ललित ने पहले ही दिन सुनवाई के लिए 900 याचिकाएं सूची बद्ध की हैं I

जस्टिस यूयू ललित का CJI के तौर पर सोमवार को पहला कार्य दिवस है। उन्होंने शनिवार को देश के 49वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली थी, लेकिन शनिवार और रविवार को न्यायालय में कामकाज नहीं होता है।

यूयू ललित का CJI के तौर पर सोमवार को पहला कार्य दिवस है

उन्होंने शनिवार को देश के 49वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली थी

देश के नए मुख्य न्यायाधीश जस्टिस यूयू ललित पद सँभालते ही एक्शन में आ गए हैं। चीफ जस्टिस के रूप में अपने पहले दिन सोमावर को ही सुनवाई के लिए उन्होंने 900 से अधिक याचिकाओं को सूचीबद्ध करके एक प्रभावशाली प्रदर्शन निर्धारित किया है।

इन याचिकाओं में कर्नाटक हिजाब विवाद, केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन की जमानत, गौतम नवलखा समेत कई मामले शामिल हैं।

शनिवार को ही संभाली है चीफ जस्टिस की जिम्मेदारी

बता दें कि जस्टिस यूयू ललित का CJI के तौर पर सोमवार को पहला कार्य दिवस है। उन्होंने शनिवार को देश के 49वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली थी, लेकिन शनिवार और रविवार को न्यायालय में कामकाज नहीं होता है। शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर अपलोड की गई वाद सूची के अनुसार, अदालत कक्ष संख्या एक में सोमवार को सीजेआई ललित की अध्यक्षता वाली पीठ में न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट पीठ शामिल होंगे।

सुबह 10.30 बजे से शाम 4 बजे तक होगी सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड रोस्टर के अनुसार, सीजेआई ने 15 बेंच में प्रत्येक को लगभग 60 मामले सौंपे हैं। कुल 900 मामले की सुनवाई होनी है। इन याचिकाओं से निपटने के लिए सुबह 10.30 बजे से शाम 4 बजे तक अधिकतम 270 मिनट का आधिकारिक व्यावसायिक समय मिलेगा। इसका मतलब है, औसतन एक मामले को निपटाने में चार मिनट से थोड़ा अधिक समय मिलेगा। जस्टिस एमआर शाह की अगुवाई वाली बेंच को सबसे ज्यादा 65 याचिकाएं सौंपी गई हैं।कई महत्वपूर्ण फैसले इन्हीं के बेंच से होने है I

अन्य मामलों में, सीजेआई की अगुवाई वाली पीठ एनआईए के खिलाफ गौतम नवलखा और यूपी सरकार के खिलाफ सिद्दीकी कप्पन की याचिकाओं पर भी सुनवाई करेगी। न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता की अगुवाई वाली पीठ हिजाब प्रतिबंध की चुनौती पर सुनवाई करेगी, जबकि न्यायमूर्ति संजय के कौल की अगुवाई वाली पीठ मुसलमानों के बीच सभी एकतरफा तलाक के रिवाजों पर प्रतिबंध लगाने की याचिका पर सुनवाई करेगी।

जस्टिस ललित कौन हैं ?

जस्टिस यूयू ललित के परिवार में एक सदी से ज्यादा समय यानी कई पीढ़ियों से विधि और न्यायशास्त्र के विद्वान रहे हैं. जस्टिस ललित के दादा रंगनाथ ललित महाराष्ट्र के सोलापुर में वकालत करते थे जबकि पिता उमेश रंगनाथ ललित ने सोलापुर से वकालत शुरू की. मुंबई और महाराष्ट्र में वकालत में नाम कमाया और फिर मुंबई हाई कोर्ट में जज भी बने.

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