NCP नेता नवाब मलिक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आज चार्जशीट दायर करेगा ईडी
प्रवर्तन निदेशालय (EB) महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ गुरुवार को मनी लॉन्ड्रिंग केस में आरोप पत्र दायर करेगा। यह मामला माफिया सरगना दाउद इब्राहिम की संपत्ति खरीदी में धन की हेराफेरी का है।

प्रवर्तन निदेशालय (EB) महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ गुरुवार को मनी लॉन्ड्रिंग केस में आरोप पत्र दायर करेगा। यह मामला माफिया सरगना दाउद इब्राहिम की संपत्ति खरीदी में धन की हेराफेरी का है मलिक को इस मामले में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। ईडी ने नवाब मलिक के परिवार के उपर एक बड़ा आरोप भी लगाया ED ने कहा है कि नवाब मलिक का परिवार जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। ईडी ने विशेष कोर्ट से कहा कि नवाब मलिक के पुत्र आमिर मलिक व फराज मलिक कई बार समन भेजने के बाद भी ईडी के सामने पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए !
Mumbai | Enforcement Directorate to file chargesheet against NCP leader and Maharashtra minister Nawab Malik in a money laundering case, today
— ANI (@ANI) April 21, 2022
ED ने एनसीपी नेता नवाब मलिक के परिवार पर लगाया जाँच में सहायता करने ना करने का लगाया आरोप
ईडी के मुताबिक नवाब मलिक के बेटे फ़राज़ और आमिर को पूछताछ के लिए पेश होने के लिए कई बार समन भेजा गया था। लेकिन दोनों ने समन छोड़ दिया। इससे पहले ईडी ने फराज को पहला नोटिस 1 मार्च को दिया था, जब वह एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे, जिसके बाद 16 मार्च को एक और समन भेजा गया था।
फ़िलहाल जेल में हैं नवाब मलिक
नवाब मलिक फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। उन्हें ईडी ने 23 फरवरी को गिरफ्तार किया था।संघीय एजेंसी ने मलिक पर मुंबई के कुर्ला इलाके में एक संपत्ति हड़पने के लिए एक कथित आपराधिक साजिश का हिस्सा होने का आरोप लगाया है, जिसका वर्तमान में बाजार मूल्य 300 करोड़ रुपये है और यह मुनीरा प्लंबर से संबंधित है।हालांकि, मलिक ने उच्च न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया था कि उसने तीन दशक पहले एक वास्तविक लेनदेन में संपत्ति खरीदी थी, और मुनीरा ने अब लेनदेन के बारे में अपना विचार बदल दिया है।
नवाब मलिक फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। उन्हें ईडी ने 23 फरवरी को गिरफ्तार किया था। ईडी ने हाल ही में धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के तहत महाराष्ट्र के मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता नवाब मलिक और उनके परिवार की संपत्तियों को कुर्क किया था।