पाकिस्तान में मचे आर्थिक संकट के बीच पाक PM का बड़ा बयान, कहा- परमाणु शक्ति संपन्न देश का भीख मांगना शर्मनाक

श्रीलंका के बाद अब पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। देश में खाने की किल्लत देखी जा रही है। इसे लेकर इन दिनों शहबाज सरकार विपक्षी दलों के विरोध का सामना कर रही है। वहीं, बदहाल पाकिस्तान की मदद के लिए सऊदी अरब, चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान जैसे देश आगे आए हैं। इस बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मित्र देशों से फंडिंग को लेकर बयान दिया है।
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— Jan Ki Baat (@jankibaat1) January 16, 2023
Amidst financial turmoil in the nation, Pakistan PM Shahbaz Sharif says : ' Its embarassing to always seek loans from other nations & world economic bodies'. #PakistanEconomy
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने मित्र देशों को फंड देने की अपनी मांग पर खेद प्रकट करते हुए शनिवार को कहा कि उन्हें और कर्ज मांगने में सच में शर्मिदगी महसूस हुई। जियो न्यूज के मुताबिक, पाकिस्तान प्रशासनिक सेवा (पीएएस) के परिवीक्षाधीन अधिकारियों के पासिंग आउट समारोह को संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा कि विदेशों से कर्ज मांगना पाकिस्तान की आर्थिक चुनौतियों का समाधान करने का सही समाधान नहीं है, क्योंकि कर्ज लौटाना होगा।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, "अतीत में अराजकता और विरोध प्रदशनों पर समय बर्बाद किया गया था।" पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त किया जाता, तो विदेशों से कर्ज से लेने से बचा जा सकता था और अर्थव्यवस्था की बस सही रास्ते पर, तेज गति से आगे बढ़ सकती थी।"
देश के सामने आने वाली आर्थिक चुनौतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने खेद प्रकट किया कि पिछले 75 वर्षो के दौरान विभिन्न सरकारें चाहे राजनीतिक नेतृत्व या सैन्य तानाशाहों के नेतृत्व वाली सरकारें आर्थिक मुद्दों का समाधान नहीं कर सकीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की अपनी हालिया यात्रा के दौरान राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद ने बहुत ही शालीनता और प्यार से पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर का और कर्ज देने की घोषणा की थी। पीएम ने वित्तीय सहायता के लिए सऊदी अरब की भी सराहना की।