यूक्रेन में भारतीयों के लिए तिरंगा बना सुरक्षा कवच, UNSC में रुस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पर भारत ने बनाई दूरी, रूस ने किया वीटो

युक्रेन और रुस के बीच छिड़े भयंकर युद्ध के बीच पीएम नरेन्द्र मोदी और रुस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की बातचीत का बड़ा असर हुआ है। युक्रेन से भारतीयों की वतन वापसी शुरु हो चुकी है। तस्वीरें बता रही है कि इस जंग के बीच जहां यूक्रेन और यूक्रेन में रहने तमाम नागरिको के लिए जान बचाना मुश्किल हो रहा है तो वहीं भारतीयो के लिए यूक्रेन में तिरंगा उनका सुरक्षा कवच बन बना है।
The first batch of Indian students have left Chernivtsi for the Ukraine-Romania border
— ANI (@ANI) February 25, 2022
MEA Camp Offices are now operational in Lviv and Chernivtsi towns in western Ukraine. Additional Russian speaking officials are being sent to these Camp Offices. pic.twitter.com/OvRlqA8Q4t
बड़ी तादाद में युक्रेन में फंसे मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रो के लिए भारतीय एम्बेसी ने जो एडवाइजरी जारी की है। उसमें साफ-साफ लिखा है कि निकासी अभियान के लिए आवाजाही करते समय अपने वाहन पर भारतीय झंडा लगाएं और इंडिया लिखें ताकि उनकी पहचान सुनिश्चित हो सके। यह निर्देश खासतौर पर कॉन्फ्लिक्ट ज़ोन के लिए दिए गए हैं। भारतीयों की वतन वापसी को लेकर शुक्रवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा से फोन पर बात की थी।
EAM Dr S Jaishankar speaks to Ukrainian FM Dmytro Kuleba
— ANI (@ANI) February 25, 2022
He shared his assessment of current situation. I emphasised that India supports diplomacy & dialogue as the way out. Discussed predicament of Indians, incl students. Appreciate his support for their safe return, EAM says. pic.twitter.com/IGziEHhYDQ
हालाकि रुस और युक्रेन के बीच छिड़े युद्ध के बीच दुनिया के बड़े देशो की निगाहे इस बात पर टिकी है कि भारत का रुख क्या होगा अभी तक भारत का रुख न्युटरल रहा है। और बातचीत के जरिये इस मसले का समाधान निकालने की बात पीएम मोदी की ओर से कही गई है। और अब यूक्रेन मसले पर रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत, चीन और संयुक्त अरब अमीरात ने वोटिंग करने से परहेज किया है। हालांकि 11 देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था लेकिन रूस ने इस प्रस्ताव पर वीटो कर दिया था। भारत और चीन दोनों से वोट करने से दूरी बनाई है लेकिन दोनों देशों ने वोट न करने के पीछे अलग-अलग वजह बताई है। दोनों देशों ने संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए यूक्रेन का समर्थन किया है हालांकि चीन रूस कार्रवाई का बचाव करता नजर आया है।
#UkraineRussiaCrisis India has abstained from the UNSC resolution that condemned Russia's 'aggression' against Ukraine
— ANI (@ANI) February 26, 2022
3 countries, including India, China, UAE abstained.
11 countries voted in favour of the resolution while Russia used its veto power (to block the resolution). pic.twitter.com/UGr6PQJSgu
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, "भारत यूक्रेन में हाल के घटनाक्रम से बेहद परेशान है. हम आग्रह करते हैं कि हिंसा और शत्रुता को तत्काल समाप्त करने के लिए सभी प्रयास किए जाएं। मानव जीवन की कीमत पर कोई समाधान कभी नहीं निकाला जा सकता है," उन्होंने कहा, "यह खेद की बात है कि कूटनीति का रास्ता छोड़ दिया गया। हमें इस पर वापस लौटना चाहिए। इन सभी कारणों से भारत ने इस प्रस्ताव पर वोटिंग से दूरी बनाए रखने का विकल्प चुना है।"