भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी पर भड़के तजिंदर पाल सिंह बग्गा,कहा -अयोध्या, काशी और मथुरा में हिंदू हितों पर पलीता लगाने वाला एक ही झूठा आदमी है सुब्रमण्यम स्वामी
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी पर भड़के तजिंदर पाल सिंह बग्गा,कहा -अयोध्या, काशी और मथुरा में हिंदू हितों पर पलीता लगाने वाला एक ही झूठा आदमी है सुब्रमण्यम स्वामी
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी पर भड़के बीजेपी प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने कहा की अयोध्या, काशी और मथुरा में हिंदू हितों पर पलीता लगाने वाला एक ही झूठा आदमी है वो है सुब्रमण्यम स्वामी और अब समय आ गया है कि सभी देशभक्त भारतीयों को डॉ स्वामी की हिंदू विरोधी गतिविधियों के बारे में पता चले।बग्गा ने आगे लिखा की 6 दिसंबर 1992 को जब बाबरी मस्जिद नामक धब्बा गिराया गया था, तब सबसे ज्यादा आंसू आए थे स्वामी के उन्होंने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया और यूपी में कल्याण सिंह जी की सरकार सहित भाजपा सरकारों की अलोकतांत्रिक बर्खास्तगी का समर्थन किया।आज हिन्दुओं के गद्दार स्वामी पूजा स्थल अधिनियम के बारे में बात कर रहे हैं।क्या आप जानते हैं कि 1991 में जब विधेयक लाया गया था तो उसका सबसे प्रबल समर्थक कौन था? स्वामी थे!1998 में जब भारत ने अटल जी को एक स्थिर जनादेश के साथ प्रधान मंत्री के रूप में मिला, तो एक व्यक्ति असहज था और उसने सरकार को अस्थिर करने के लिए सोनिया गांधी के साथ साजिश रची। वो देशद्रोही कोई और नहीं बल्की स्वामी थे। स्वामी की निराशा समझ में आती है। TRS और YSRCP ने राज्यसभा के अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। यूपी में सपा नहीं जीती, टीएमसी कुछ नहीं दे रही,
If there is one liar, destroyer and traitor of all Hindu causes, specially those related to Ayodhya, Kashi and Mathura it is @Swamy39. It is high time all patriotic Indians know about the anti-Hindu activities of Dr. Swamy. https://t.co/eVpIPQ3SdA
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) May 19, 2022
MVA उन्हें सीट देने के मूड में नहीं है. किसी भी मामले में, कृतज्ञता उसका गुण कभी नहीं रहा!.बता दे की भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक टवीट किया था जिसमे उन्होंने लिखा था की लोकसभा में पूर्ण बहुमत और राज्यसभा में वास्तविक बहुमत के साथ प्रधान मंत्री के रूप में 8 साल बाद भी, मोदी 1991 के पूजा स्थल अधिनियम को हटाने के लिए संसद को स्थानांतरित करके वापस लेने में विफल रहे हैं। उससे यह उम्मीद की जा रही थी। जिसके बाद बग्गा ने यह प्रतिक्रिया दी थी यही नहीं बग्गा ने यह भी कहा था की पीएम मोदी ने 2016 में सुब्रमण्यम स्वामी को राज्यसभा भेजना सुनिश्चित किया। सांसद के रूप में अपने 6 साल के कार्यकाल में स्वामी ने कभी भी प्लेसेज ऑफ वरशिप एक्ट, 1991 की बात नहीं की। लेकिन अब वह इन मुद्दों को उठा रहे हैं।"
Even after 8 years as PM with absolute majority in Lok Sabha and de facto majority in Rajya Sabha, Modi has failed to withdraw the 1991 Places of Worship Act by moving Parliament for its deletion. It was expected of him.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) May 19, 2022