हिंडनबर्ग को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अडानी ग्रुप ने उठाया बड़ा कदम, अकाउंटेंसी फर्म ग्रांट थॉर्नटन को किया हायर
अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह अब अपने डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। अडानी समूह पर हिंडनबर्ग ने गंभीर आरोप लगाए है। कंपनी के शेयरों में ओवरप्राइसिंग, अकाउंट में हेरफेर जैसे गंभीर आरोप लगे। अब अडानी समूह इस रिपोर्ट के कारण हुए नुकसान से निपटने की तैयारी कर रहा है। शॉर्ट सेलर कंपनी के दावों को खारिज करने के लिए कंपनी ने स्वतंत्र कंपनी से ऑडिट के लिए बड़ी अकाउंटेंसी फर्म ग्रांट थॉर्नटन को हायर किया है। माना जा रहा है कि इस जांच से अडानी निवेशकों के भरोसे को फिर से हासिल करना चाहते हैं। वहीं बड़े निवेशकों के विश्वास को और मजबूत करना चाहते हैं।
Adani hires Grant Thornton for some independent audits after Hindenburg fallout -sources https://t.co/sGQ3HA9HS4 pic.twitter.com/JtwTtCA1u4
— Reuters (@Reuters) February 13, 2023
हिंडनबर्ग के आरोपों को झुठलाने के लिए अडानी समूह ने ऑडिट की तैयारी कर ली है। अडानी ने बड़ी अकाउंटेंसी फर्म ग्रांट थॉर्नटन से ऑडिट की तैयारी कर ली है। हिंडनबर्ग के रिपोर्ट से कंपनी के नुकसान से बचाने के लिए और निवेशकों के भरोसे को दोबारा हासिल करने के लिए कंपनी ने ये तैयारी कर ली है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि अकाउंटेंसी फर्म ग्रांट थॉर्नटन अडानी समूह की कुछ कंपनियों का स्वतंत्र ऑडिट करेगी। कंपनी ने इस हायरिंग को गोपनीय रखा है। अकाउंटेंसी फर्म अडानी समूह की कुछ कंपनियों के आडिट के साथ ये देखेगा कि ग्रुप में रिलेटिड पार्टी ट्रांजेक्शन कॉर्पोरेट गवर्नेंस स्टैंडर्ड का पालन करते हुए किया गया है कि नहीं। हालांकि ये बता दें कि इस खबर को लेकर ना तो अडानी समूह की ओर से कुछ कहा गया है और ना ही ग्रांट थॉर्नटन की ओर से।
क्या है पूरा मामला ?
गौरतलब है कि अडानी समूह को लेकर हिंडनबर्ग की निगेटिव रिपोर्ट के बाद से कंपनी को बड़ा नुकसान हुआ है। अडानी समूह का मार्केट कैप 120 अरब डॉलर तक गिर गया है। खुद गौतम अडानी का नेटवर्थ घटकर आधा रह गया है। गौतम अडानी की निजी संपत्ति 54 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। हालांकि सोमवार को अडानी समूह ने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि उनके पास मजबूत कैश फ्लो है। उनकी योजनाएं फुली फंडिड हैं। उनके कारोबार में पैसों की कोई कमी नहीं है।