अड़ानी- हिंडनबर्ग मामले में सुप्रीम कोर्ट ने गठित की जांच समिति, गौतम अडानी बोले - सत्य की जीत होगी

Update: 2023-03-02 07:42 GMT

अड़ानी मामले को लेकर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियों का हंगामा जारी है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने अड़ानी - हिंडनबर्ग मामले को लेकर जांच के आदेश दिए है। सुप्रीम कोर्ट ने अडानी ग्रुप पर अमेरिकी शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से सामने आए मुद्दों की जांच के लिए एक जांच समिति का गठन किया। पूर्व जस्टिस अभय मनोहर सप्रे की अध्यक्षता वाली समिति में दिग्गज बैंकर केवी कामथ और ओपी भट, इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि, ओपी भट और पूर्व जज जेपी देवधर शामिल होंगे।

आपको बता दें कि हिंडनबर्ग द्वारा अड़ानी ग्रुप पर शेयरों की कीमत में हेरफेर और शेल कंपनियो के गठन समेत कई गंभीर आरोप लगाए थे। सेबी इन आरोपो की जांच कर रहा है। वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उद्योगपति गौतम अडानी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। उन्होने ट्वीट करते हुए लिखा कि सत्य की जीत होगी। 

सीजेआई डीवीई चंद्रचूड़ ने  सुनवाई के दौरान कहा कि बाजार नियामक सेबी (SEBI) अपनी चल रही जांच को दो महीने में पूरा करे और एक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करे। सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को यह भी जांच करने का निर्देश दिया कि क्या नियमों का उल्लंघन हुआ है और क्या स्टॉक की कीमतों में कोई हेरफेर किया गया था। न्यायालय ने केंद्र, वित्तीय सांविधिक निकायों, सेबी चेयरपर्सन को समिति को जांच में पूरा सहयोग देने का निर्देश दिया।

अडानी मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चार जनहित याचिकाएं दायर की गई है। वकील एमएल शर्मा, विशाल तिवारी, कांग्रेस नेता जया ठाकुर और खुद को सामाजिक कार्यकर्ता बताने वाले मुकेश कुमार ने ये याचिकाएं दायर की हैं।  

हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडानी ग्रुप के खिलाफ कई आरोप लगाए जाने के बाद, ग्रुप के शेयरों की कीमतों में काफी गिरावट आई है। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी समूह पर मार्केट में हेरफेर और अकाउंट में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। हालांक अडानी ग्रुप ने उसके खिलाफ लगाए गए आरोपों को खारिज किया है।

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