Hijab Controversy- आदित्य ठाकरे ने हिजाब का किया विरोध। कहा- स्कूल-कॉलेज में सिर्फ यूनिफॉर्म पहने न कि धर्म या मजहब का चोला।

Hijab Controversy- आदित्य ठाकरे ने हिजाब का किया विरोध। कहा- स्कूल-कॉलेज में सिर्फ यूनिफॉर्म पहने न कि धर्म या मजहब का चोला।

Update: 2022-02-09 12:41 GMT

कर्नाटक में इन दिनों हिजाब पर खूब बवाल मचा हुआ है। अब ये बवाल हिजाब बनाम भगवा का रूप ले चुका है। इस मामले में कई राजनीतिक लोग अपनी अपनी राय रख रहे हैं वहीं अब महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे भी इसमें कूद पड़े हैं। लेकिन आदित्य ठाकरे ने हिजाब का विरोध किया है। अपने हाल ही इंटरव्यू में आदित्य ठाकरे ने कहा कि स्कूल व कॉलेज के लिए यूनिफॉर्म बनाया गया है। छात्रों को वहीं पहन कर आना चाहिए न कि अपने धर्म या मजहब से जुड़े वस्त्र। स्कूल में शिक्षा पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए न कि हिजाब पर। स्कूल व कॉलेज के मामले में इस तरह की राजनीति करना बेहत गलत बात है।

बता दें कि कर्नाटक सरकार ने फैसला किया है कि स्कूल और कॉलेज में हिजाब और बुर्के नहीं पहन सकते, सिर्फ यूनिफॉर्म में ही आना होगा। इसी के चलते कई मुस्लिम छात्राओं ने इस पर विरोध जताया और हिजाब पहनने को अपना मौलिक अधिकार बताया। वहीं इसके परे हिंदु छात्रों ने हिजाब का विरोध किया और सभी हिजाब के विरोध में भगवा स्कार्फ पहन स्कूल व कॉलेज पहुंच गए। अब ये मामला इतना गर्मा गया है कि छात्र दो धड़ों में बट गए हैं। एक जो हिजाब के पक्ष में हैं और दूसरे जो कि इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं। महाराष्ट्र में भी कई मुस्लिम महिलाएं हिजाब और बुर्का पहन सड़कों पर उतरी और लोगों से अपील की कि वह उनका हिजाब पहनने को लेकर समर्थन करें।

हिजाब बनाम भगवा ये पूरा मामला अब एक राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है। ऐसा लग रहा है मानों इन बच्चियों को ये विपक्षी दल पर्दे में रहने के लिए भड़का रहे हैं। प्रियंका गांधी से लेकर राहुल गांधी और ओवेसी तक सभी स्कूल में हिजाब पहनने का समर्थन कर रहे हैं। प्रियंका गांधी ने हिजाब को लेकर जो बयान दिया उसे सुन ऐसा लगता है मानों प्रियंका का लड़की हूं लड़ सकती हूं वाला नारा महज वोट मांगने वाला एक जरिया था। क्योंकि प्रियंका गांधी को स्कूल में हिजाब पहनना उन्हें लड़कियों की आजादी लगता है।

हिजाब पर बयान देते हुए प्रियंका गांधी ने कहा- कि लड़की चाहे बिकनी पहने, स्कर्ट पहने या घूंघट करे वो उसकी नीजि मर्जी है। जबकी प्रियंका शायद ये भूल गई कि जो वो बोल रही हैं वो स्कूल की बच्चियों के लिए बोल रही हैं। क्या प्रियंका ने कभी सोचा है कि कोई बच्ची स्कूल में बिकनी पहन कर जाएगी और वो भी हिंदुस्तान में। लड़कियों के पहनावे को लेकर कोई उन्हें रोक नहीं सकता ये एक लड़की की नीजि पसंद है वो कुछ भी पहन सकती है लेकिन जब आप एक सरकारी संस्था जैसे कि स्कूल या कॉलेज में है जहां जाति धर्म से ऊपर शिक्षा है वहां यूनिफॉर्म ही अनिवार्य होगी न कि किसी धर्म या मजहम का चोला।

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