दिल्ली के बाद पंजाब में भी शराब घोटाले में फंसी AAP सरकार, सुखबीर बादल ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर CBI जांच की मांग की
दिल्ली के बाद अब पंजाब में भी आम आदमी पार्टी सरकार पर शराब घोटाले का आरोप लगा है। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले को लेकर पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की और उन्हे ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पंजाब आबकारी नीति की CBI जांच की मांग की। प्रतिनिधिमंडल ने नीति में घोटाले का आरोप लगाया।
A delegation, including Shiromani Akali Dal president Sukhbir Singh Badal, submitted a memorandum to Punjab Governor Banwarilal Purohit today and demanded CBI inquiry into Punjab excise policy. The delegation alleged a scam in the policy. pic.twitter.com/2zuAiyQFSU
— ANI (@ANI) August 31, 2022
सुखबीर बादल ने कहा कि यह एकाधिकार है। सरकार ने पंजाब में सिर्फ एक व्यक्ति को शराब बेचने की आज्ञा दी है। लाभ मार्जिन 5 फीसदी से बढ़ाकर 10 फीसदी कर दिया गया है। पहले 100 विक्रेता थे, अब केवल एक है। साफ है यह घोटाला।
There is a monopoly. They've given the command to sell liquor in Punjab to just one person. The profit margin has been increased from 5% to 10%, but there is just one person to sell. Earlier there were 100 sellers, now there is just one. This is a clear scam: Sukhbir Singh Badal https://t.co/q6RONJ4QIy pic.twitter.com/ksnF3w7BCI
— ANI (@ANI) August 31, 2022
बता दें कि शिरोमणि अकाली दल ने आम आदमी पार्टी सरकार पर आबकारी विभाग में 500 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है। AAP ने पंजाब आबकारी नीति तैयार करते समय दिल्ली मॉडल का पालन किया। दिल्ली राज्य की तरह लगभग पूरा शराब का कारोबार दो कंपनियों को सौंप दिया गया। दोनों कंपनियों का मुनाफा मार्जिन दोगुना कर दिया गया ताकि परस्पर लाभ उठाया जा सके। सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि नई आबकारी नीति बनाते समय यह निर्धारित किया गया कि प्रत्येक शराब निर्माण कंपनी राज्य में अपने उत्पादों को बेचने के लिए एक लाइसेंसधारी का चयन करेगी।