ममता की मौजूदगी में अमिताभ बच्चन ने नागरिक आजादी पर उठाए सवाल, BJP ने कहा - सबसे ज्यादा हिंसा बंगाल में ही हुई

Update: 2022-12-16 09:14 GMT

बॉलिवुड़ एक्टर अमिताभ बच्चन जो देश के हर एक मुद्दे पर चुप्पी साधे रखते है। कई बार उनकी इस चुप्पी पर सवाल भी उठे है। लेकिन अब अमिताभ बच्चन ने अभिव्यक्ति की आजादी पर ऐसा बयान दिया है जिसको लेकर बवाल शुरु हो गया है। बंगाल की सीएम ममत बनर्जी की मौजूदगी में अमिताभ बच्चन ने कहा कि अब भी नागरिकों की स्वतंत्रता पर सवाल उठाए जाते हैं। भारतीय सिनेमा का उल्लेख करते हुए अमिताभ बच्चन ने कहा कि कि ऐतिहासिक विषयों पर बनने वाली मौजूदा दौर की फिल्में ''काल्पनिक अंधराष्ट्रवाद में जकड़ी'' हुई हैं। जिसके बाद बीजेपी अमिताभ पर हमलावर हो गई है। 

पश्चिम बंगाल में 28वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (KIFF) का आगाज हुआ।  अमिताभ बच्चन ने  फिल्म फेस्टिवल का उद्घाटन किया। वहां मौजूद लोगो को संबोधित करते हुए अभिनेता ने कहा  कि शुरुआती दौर से लेकर अब तक सिनेमा की विषय-वस्तु की सामग्री में कई बदलाव हुए हैं। पौराणिक फिल्मों और समाजवादी सिनेमा से लेकर 'एंग्री यंग मैन' के आगमन तक। ऐतिहासिक विषयों पर बनी मौजूदा फिल्में काल्पनिक अंधराष्ट्रवाद में डूबी हुई हैं। उन्होने कहा कि हर दौर में विभिन्न विषयों पर बनने वाली फिल्मों ने दर्शकों को उस समय की राजनीति और सामाजिक सरोकारों से रूबरू कराया है। अभिनेता ने कहा कि अब भी भारतीय सिनेमा द्वारा "नागरिक अधिकारों और स्वतंत्रता पर सवाल उठाए जा रहे हैं"।



अमिताभ बच्चन के इस बयान के बाद  BJP आईटी सेल के हेड और पश्चिम बंगाल के सहप्रभारी अमित मालवीय ने कहा- अमिताभ बच्चन के शब्द इससे ज्यादा भविष्यसूचक नहीं हो सकते थे क्योंकि वे कोलकाता में ममता बनर्जी के मंच पर बोले गए...यह उस अत्याचारी को आईना पकड़ने जैसा है, जिसकी निगरानी में भारत ने चुनाव के बाद की सबसे खूनी हिंसा देखी। ममता बनर्जी ने बंगाल की छवि खराब की है। 

 लेकिन इसी के साथ अमित मालवीय ने सवाल किया कि ममता बनर्जी ने बंगाल के बेटे सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती को कोलकाता फिल्म फेस्टिवल के लिए आमंत्रित नहीं किया। उसने इसी तरह शाहरुख को बंगाल का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया था न कि सौरव को, जो कि बंगाल के सबसे बेहतरीन क्रिकेटरों में से एक है। 

बीजेपी बंगाल इकाई के अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार ने कहा कि अमिताभ बच्चन बिल्कुल सही हैं। पश्चिम बंगाल में कोई लोकतंत्र और फ्रीडम ऑफ स्पीच नहीं है। पश्चिम बंगाल ने पिछले साल चुनाव के बाद सबसे भयानक हिंसा देखी गई। यह कहने के लिए हिम्मत चाहिए, इसके लिए मैं उनकी सराहना करता हूं। दीदी को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और बंगाल को हर क्षेत्र में पिछड़ने से रोकना चाहिए।

बता दें कि इस फिल्म फेस्टिवल में अमिताभ बच्चन के अलावा शाहरुख खान,रानी मुखर्जी, महेश भट्ट के अलावा भी कई बॉलिवुड़ के कलाकारो ने शिरकत की।

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