यूपी MLC उपचुनाव में बीजेपी ने हासिल की बड़ी जीत, सपा को मिली करारी हार, मायावती ने सपा पर साधा निशाना
उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की दोनों सीटें भाजपा ने जीत ली है। सोमवार सुबह यूपी की 2 एमएलसी सीटों पर 9:00 बजे से मतदान शुरू हुआ। इस दौरान सीएम योगी के साथ-साथ भाजपा के विधायकों ने मतदान किया। भाजपा प्रत्याशी पद्मसेन चौधरी को 279 वोट और मानवेंद्र सिंह को 280 वोट मिले हैं। समाजवादी पार्टी की तरफ से रामजतन राजभर को 114, रामकरन निर्मल को 116 वोट मिले हैं।
BSP सुप्रीमो मायावती ने सपा पर साधा निशाना
इस दौरान मायावती ने सपा पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा, "यूपी विधान परिषद की दो सीटों के लिए कल हुए उपचुनाव में, हार निश्चित होने के बावजूद, चुनाव में सपा द्वारा दलित व ओबीसी उम्मीदवार को खडा करना, हरवाना तथा ज्यादा संख्या बल होने पर इनकी अनदेखी करना यह साबित करता है कि इन वर्गों के प्रति सपा की षडयंत्रकारी नीति थोड़ी भी नहीं बदली।" साथ ही उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "सपा व इनकी रही सरकारों के दौरान इनकी ऐसी ही संकीर्ण व घृणित राजनीति से दलितों, अन्य पिछड़ों एवं अक्लियत समाज के लोगों का काफी अहित होता रहा है। इसीलिए आगे ऐसे नुकसान से बचने के लिए इन वर्गों के लोगों को हमेशा बहुत ही सावधान रहने की सख़्त ज़रूरत है, बीएसपी की यह अपील।"
MLC उपचुनाव में इन विधायकों ने नहीं डाला वोट
कांग्रेस ने वोटिंग का बायकाट किया। बसपा विधायक उमाशंकर सिंह और कांग्रेस की विधायक आराधना मिश्रा मोना ने वोट नहीं डाला। इसके साथ ही सपा विधायक मनोज पारस, कांग्रेस वीरेंद्र चौधरी ने भी मतदान नहीं किया। इसके अलावा यूपी विधानसभा के 3 विधायक अब्बास अंसारी, रमाकांत यादव, और इरफान सोलंकी कानूनी अड़चनों के चलते वोट नहीं डाल सके। विधानसभा सचिवालय ने मतदान के लिए विधान भवन स्थित तिलक हॉल में दो मतदान कक्ष बनाए हैं।
यूपी विधान परिषद के दो सीटों पर हुए उपचुनाव हुए। इस दौरान 403 में से कुल 396 विधायकों ने मतदान किया। समाजवादी पार्टी के दो और सुभासपा का एक विधायक जेल में होने के कारण मतदान नहीं कर सका। वहीं, स्वास्थ्य खराब होने के कारण सपा विधायक मनोज पारस भी मतदान नहीं कर सके। कांग्रेस के दोनों विधायकों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। बसपा के भी एक विधायक ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले मतदान किया।