CM योगी का भ्रष्टाचार पर सख्त एक्शन, रिश्वतखोर DSP को सिपाही के पद पर किया डिमोट

Update: 2022-11-02 08:56 GMT

उत्तर प्रदेश में एक अधिकारी को भ्रष्टाचार की इतनी बड़ी सजा मिली की उस पुलिस अधिकारी को डिमोट करके सिपाही बना दिया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बार अपने एक्शन से भ्रष्ट अधिकारियों को साफ संदेश दे दिया कि अगर घूसखोरी और रिश्वतखोर बनोगे तो प्रमोशन नहीं सिर्फ डिमोशन ही मिलेगा। सीएम योगी ने रामपुर नगर के तत्कालीन क्षेत्राधिकारी डीएसपी विद्या किशोर शर्मा को रिश्वत लेने के आरोप में मूल पद पर प्रत्यावर्तित करने का फैसला लिया। 

दरअसल रामपुर में तैनात DSP विद्या किशोर शर्मा पर तैनाती के दौरान रिश्वत लेने का आरोप लगा था। जांच के बाद आरोप सही पाए जाने पर एक्शन लिया गया है। उन्हें उनके मूल पद पर प्रत्यावर्तित कर दिया गया है।

यूपी गृह विभाग की ओर से ट्वीट करते हुए जानकारी दी गई है। रामपुर सदर के तत्कालीन क्षेत्राधिकारी विद्या किशोर शर्मा को रिश्वत लेने के आरोप में उनके मूल पद पर वापस कर दिया गया है। सीओ विद्या किशोर शर्मा पर रामपुर में पोस्टिंग के दौरान रिश्वत लेने का आरोप लगा था। आरोप सही पाए जाने पर जांच के बाद कार्रवाई की गई है।



बता दें कि 2021 में रामपुर में तैनाती के दौरान सीओ विद्या किशोर शर्मा पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे थे।एक महिला ने आरोप लगाया था कि स्वामी विवेकानंद अस्पताल के संचालक विनोद यादव और तत्कालीन इंस्पेक्टर रामवीर यादव ने उसके साथ गैंगरेप किया, इसमें पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। इस मामले में पांच लाख की घूस लेते हुए सीओ विद्या किशोर का एक वीडियो अफसरों के संज्ञान में आया। इसके बाद आरोपी इंस्पेक्टर रामवीर यादव और अस्पताल संचालक विनोद यादव पर एफआईआर दर्ज कर ली गई और तत्कालीन सीओ को सस्पेंड कर दिया गया। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर शासन ने इसकी जांच एएसपी मुरादाबाद से करवाई। जांच में सीओ पर भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए गए. इसके बाद सीएम योगी ने कड़ा एक्शन लेते हुए डिप्टी एसपी को फिर से सब इंस्पेक्टर (एसआई) बनाने का निर्देश दिया है।

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