कांग्रेस ने मोदी सरकार पर ड्रोन डील में घोटाले का लगाया आरोप, प्रीडेटर ड्रोन को बताया कबाड़
अमेरिका के साथ भारत की प्रीडेटर ड्रोन डील ने कांग्रेस पार्टी की चिंता बढ़ा दी है। अब कांग्रेस पार्टी इस ड्रोन डील को लेकर केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया है कि इस डील में घोटाला किया है और चार गुना ज्यादा कीमत पर ये सौदा हुआ है।
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि अब प्रधानमंत्री के ये जो महंगे शौक है ये देश के लिए महंगे पड़ रहे है। जो राफेल डील में हुआ वहीं अब प्रीडेटर ड्रोन दोहराया जा रहा है।जिस ड्रोन को बाकी मुल्क चार गुना कम कीमत में खरीदते है। भारत 31 प्रीडेटर ड्रोन 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 25,000 करोड़ रुपये में खरीद रहा है। हम 880 करोड़ रुपये में ड्रोन खरीद रहे हैं।
PM मोदी के महंगे शौक देश को महंगे पड़ रहे हैं।
— Congress (@INCIndia) June 28, 2023
जो प्रीडेटर ड्रोन दूसरे देश 4 गुना कम कीमत पर खरीदते हैं, उन्हें PM मोदी 880 करोड़ रुपए प्रति ड्रोन के हिसाब से खरीद रहे हैं।
यानि हम 25 हजार करोड़ रुपए के 31 ड्रोन खरीद रहे हैं।
: @Pawankhera जी pic.twitter.com/yDkVwkVRNn
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ पीएम मोदी के डिनर को लेकर भी पवन खेड़ा ने निशाना साधा कहा कि इस डील से पहले मोदी ने ककस की बैठक नहीं की बिना बैठक किए वो अपने महंगे शौक पूरा कर रहे है।
PM मोदी ने CCS (Cabinet Committee on Security) की बैठक किए बिना फिर से अपना महंगा शौक पूरा किया।
— Congress (@INCIndia) June 28, 2023
देश में क्या चल रहा है ये आप नड्डा जी से पूछते हैं।
और जब हिंदुस्तान का पैसा आप विदेशों में देकर आ रहे हैं तो आपको ये तक नहीं पता कि पूरी दुनिया यह ड्रोन कितने में खरीद रही है?
:… pic.twitter.com/1wc3LjMs50
आपने पहले 'रुस्तम' और 'घातक' ड्रोन डेवलपमेंट के लिए DRDO को 1786 करोड़ रुपए दिए, फिर अमेरिका को भी 25 हजार करोड़ दे आए।
— Congress (@INCIndia) June 28, 2023
जबकि अमेरिका के ये ड्रोन आउटडेटेड टेक्नोलॉजी वाले हैं और बिना ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी के साथ मिलेंगे।
यानी आप कबाड़ भी सस्ते के बजाए महंगे दाम पर खरीद रहे हैं।… pic.twitter.com/mbYicVsMDi
हालाकि अमेरिका के साथ हुई MQ9 प्रीडेटर ड्रोन की कीमत को लेकर जिस तरह से कांग्रेस पार्टी और तमाम लोग सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहे है। उसको लेकर रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में स्पष्टीकरण जारी किया था। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत ने अमेरिका से 31 एमक्यू-9बी ड्रोन की खरीद के लिए कीमत और अन्य शर्तों को अभी तय नहीं किया है। कीमत और अन्य शर्तों का जिक्र करते हुए सोशल मीडिया के कुछ हिस्सों में सामने आई कुछ रिपोर्टों का उद्देश्य गलत है। इसका उद्देश्य उचित अधिग्रहण प्रक्रिया को पटरी से उतारना है।