ज्ञानवापी में शिवलिंग के संरक्षण का अदालत ने दिया आदेश, औवेसी ने कहा - जो मेरी आशंका थी और यह सच हो गया।
ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे पूरा होने के बाद वाराणसी कोर्ट ने सर्वेक्षण में "शिवलिंग" पाए जाने वाले स्थान को तुरंत सील करने का आदेश दे दिया और सील की गई जगह में किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी।
#BREAKING Varanasi Court orders to immediately seal the place where "Shivling" is found in the survey in #Gyanvapi mosque and prohibits the entry of any person in the sealed place.#GyanvapiMosque pic.twitter.com/oy9WRFDuE2
— Live Law (@LiveLawIndia) May 16, 2022
कोर्ट के इस आदेश के बाद एएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया है। ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि यह बाबरी मस्जिद में दिसंबर 1949 की पाठ्यपुस्तक की पुनरावृत्ति है। यह आदेश ही मस्जिद के धार्मिक स्वरूप को बदल देता है। यह 1991 के एक्ट का उल्लंघन है। यह मेरी आशंका थी और यह सच हो गया है। ज्ञानवापी मस्जिद फैसले के दिन तक मस्जिद थी और रहेगी इंशाअल्लाह।
This is a textbook repeat of December 1949 in Babri Masjid. This order itself changes the religious nature of the masjid. This is a violation of 1991 Act. This was my apprehension and it has come true. Gyanvapi Masjid was & will remain a masjid till judgement day inshallah https://t.co/8r4051ktkw
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 16, 2022
वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में चल रहे सर्वे को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा बयान दिया। ओवैसी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'ज्ञानवापी मस्जिद थी और कयामत रहेगी इंशाअल्लाह'। उन्होंने वीडियो ट्वीट शेयर करते हुए कहा कि हम किसी भी हथकंडों से नहीं डरते। वहां मस्जिद थी और हमेश रहेगी।
#ज्ञानवापी मस्जिद थी, और क़यामत तक रहेगी इंशा'अल्लाहpic.twitter.com/stNp8gneyl
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 16, 2022