राणा अय्यूब पर ED ने कसा शिंकजा PMLA के तहत केस दर्ज, ED का खुलासा - चैरिटी के नाम पर लूटा जनता का पैसा
पत्रकार और लेखक राणा अय्यूब पर ईडी का शिंकजा कसता जा रहा है। ईडी ने गाजियाबाद की विशेष अदालत में 12 अक्टूबर को पीएमएलए (मनी लाउंड्रिंग एक्ट) के तहत राणा अय्यूब के खिलाफ अभियोजन शिकायत दर्ज की है। राणा अय्यूब पर एक ऑनलाइन क्राउड फंडिंग प्लेटफॉर्म- 'केटो' पर फंड-रेजर अभियान शुरू करके चैरिटी के नाम पर आम जनता से अवैध रूप से धन प्राप्त करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया गया है।
"ED has filed Prosecution complaint against Rana Ayyub under PMLA, 2002 in Hon'ble Special Court, Ghaziabad on 12.10.2022."
— ED (@dir_ed) October 13, २०२२
बता दें कि राणा अय्यूब ने एक ऑनलाइन क्राउड फंडिंग प्लेटफॉर्म-'Ketto' पर फंड-रेज़र अभियान शुरू करके चैरिटी के नाम पर आम जनता से धन हासिल किया। यह भी आरोप लगाया गया था कि राणा ने एफसीआरए के तहत पंजीकरण के बिना विदेशी योगदान प्राप्त किया। कोविड महामारी के दौरान असम, बिहार और महाराष्ट्र के झुग्गीवासियों और किसानों की मदद के नाम पर राणा ने अप्रैल 2020 में 'केटो प्लेटफॉर्म' पर 3 फंडरेज़र अभियान शुरू किए, और कुल रु 2,69,44,680 रुपये हासिल किए।
ईडी की जांच में यह खुलासा हुआ है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिये इकट्ठा किए गए पैसो को राणा अय्यूब के पिता और बहन के खातो मेंं हासिल किया गया था। और उसके बाद व्यक्तिगत खातों में ट्रांसफर कर दिया गया था। राणा अयूब ने इस पैसे का इस्तेमाल FD बनाने के लिए किया। एक नए बैंक खाते में खुद के लिए भी 50 लाख रुपये ट्रांसफर किए। ईडी की जांच से पता चला कि केवल 29 लाख रुपए राहत कार्य में खर्च किए गए।
ईडी जांच ने यह खुलासा हुआ है कि राणा अयूब ने आम जनता को धोखा देने के एकमात्र इरादे से उपरोक्त अभियान शुरू किया था और उस पैसे की एफडी की तथा अपने खातों में ट्रांसफर करने केय साथ खुद को बेदाग करने की कोशिश की।