AAP के पूर्व नेता योगेंद्र यादव ने BJP के खिलाफ केजरीवाल की साजिश का किया पर्दाफाश, सिसोदिया के झूठ की भी खोली पोल
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर कथित शराब घोटाले में लगे आरोपों को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी में जंग लगातार तेज होती जा रही है। दोनो पार्टियों के बीच आरोप - प्रत्यारोप का सिलसिला लगातार जारी है। लेकिन इस बीच AAP के पूर्व नेता योगेंद्र यादव के खुलासे ने केजरीवाल की मुश्किले बढ़ा दी है। योगेंद्र यादव ने एक ट्वीट में कहा है कि AAP के वरिष्ठ नेतृत्व को अपने ही विधायकों को बीजेपी नेता होने का दिखावा करके उन्हें प्रैंक कॉल के जरिए फंसाने की आदत है।
दरअसल आम आदमी पार्टी बीजेपी पर लगातार 'ऑपरेशन लोटस' चलाकर सरकार गिराने की कोशिश का आरोप लगा रही है। खुद सिसोदिया ने कहा कि उन्हें बीजेपी से ऑफर मिला है। हालाकि आम आदमी पार्टी ने इसको लेकर कोई सबूत नहीं दिया है। लेकिन अपने आरोपों को मजबूत करने के लिए पार्टी ने एक पुराने 'स्टिंग ऑपरेशन' को जरूर पेश किया। जिसके जवाब में बीजेपी ने भी एक वीडियो जारी कर दिया जिसमें अन्ना आंदोलन के साथी रहे परमजीत सिंह कात्याल यह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि उन्होंने 'आप' के कहने पर ही बीजेपी नेताओं के सामने से पार्टी विधायकों को फोन किया था।
परमजीत सिंह कत्याल का एक वीडियो वायरल हो रहा है। BJP नेता बता कर अपनी ही पार्टी के नेताओं को ब्लैकमेल करने की कोशिश करते आये हैं इसकी क्या है सच्चाई? देखें आजतक संवाददाता मनजीत सहगल की ये रिपोर्ट।
— AajTak (@aajtak) August 23, 2022
पूरा वीडियो: https://t.co/bJKU23OhyQ#ReporterDiary #AAP | (@manjeet_sehgal) pic.twitter.com/mXlOYJ2s9d
परमजीत सिंह कात्याल का यह वीडियों वायरल होने के बाद ही योगेंद्र यादव का ये ट्वीट सामने आया है। वहीं इस वायरल वीडियो को लेकर कात्याल ने जवाब दिया है कि वह 2011 के अन्ना विरोध प्रदर्शन से 2015 तक लगातार अरविंद केजरीवाल के साथ थे। 24 में से 18 घंटे उनके साथ ही रहा हूं। मनीष रायजादा नाम के एक अन्य आप विचारक, जो पहले AAP के विदेशी विंग के प्रभारी थे और उन पर चंदा इकट्ठा करने का आरोप लगाया गया था। 2018-19 के आसपास 'चंदा चोर' (दान जालसाज) नाम की डॉक्यूमेंट्री बनाई थी। डॉक्यूमेंट्री में आप के कई पूर्व विचारक शामिल हैं जिनमें स्वयं परमजीत, शाजिया इल्मी, प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव और कुमार विश्वास आदि शामिल हैं। उस इंटरव्यू की क्लिप वायरल हो रही है।
आज तक के ट्वीट का हवाला देते हुए योगेंद्र यादव ने बताया कि वह परमजीत को जानते हैं और अपने ही विधायकों को ब्लैकमेल करने के लिए आप के वरिष्ठ नेतृत्व द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली विशेष रणनीति से अवगत हैं। योगेंद्र यादव ने कहा कि यह कई कारणों में से एक था जिसके कारण उन्होंने और कई अन्य लोगों ने केजरीवाल की राजनीति में अपनी रुचि खो दी और अंततः आप से अलग हो गए।
परमजीत जी ने 7 साल पहले इस घटना के बारे में मुझे जानकारी दी थी। तब मैंने पूछताछ की और पाया कि उनकी बात पूरी तरह सच है। अरविंद केजरीवाल के आदेश पर दिसंबर 2013 में अपने ही MLA को बीजेपी के नाम पर फोन करवाए गए थे। ऐसी करतूतों के कारण हम लोगों का AAP नेतृत्व से मोहभंग हुआ था। https://t.co/T2v3vTCbcR
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) August 24, 2022
यादव ने कहा कि उन्होंने अपने स्तर पर पूछताछ की और पाया कि परमजीत सिंह कात्याल के दावे 100% सच थे। 2013 में केजरीवाल ने बीजेपी के नाम से अपनी ही पार्टी के नेताओं को ब्लैकमेल करने के लिए फोन करने का आदेश दिया था।