देश में बढ़ती कट्टरता और संप्रदायिक तनाव के लिए अमित शाह ने विपक्ष को बताया जिम्मेदार, गृह मंत्री ने कहा- भारतीय लोकतंत्र में जातिवाद, वंशवाद और तुष्टीकरण सबसे बड़ा पाप

Update: 2022-07-04 11:09 GMT

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हैदराबाद में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उन्होंने देश में बढ़ रही कट्टरता और संप्रदायिकता के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि अगले 30 से 40 साल तक का समय भाजपा का होगा और इस दौरान भारत विश्व गुरु बन जाएगा।

आपको बता दे, हैदराबाद में आयोजित बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अमित शाह ने विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि परिवारवादी पार्टियों को लोगों ने हटा दिया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि परिवारवाद की राजनीति लोकतंत्र के लिए खतरा है। वहीं गृह मंत्री ने देश की मौजूदा हालत के विषय पर कहा कि सांप्रदायिकता और कट्टरता बढ़ाने के लिए विपक्ष का तुष्टीकरण ही जिम्मेदार है। तुष्टीकरण के हट जाने से कट्टरता अपने आप खत्म हो जाएगी।

भारतीय लोकतंत्र में जातिवाद, वंशवाद और तुष्टीकरण सबसे बड़ा पाप है। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजनीतिक प्रस्ताव पेश करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश के समक्ष मौजूदा समस्याओं के लिए इन्हीं तीनों को जिम्मेदार ठहराया। देश में बदलते राजनीतिक विमर्श को रेखांकित करते हुए शाह ने कहा कि भाजपा ही अगले 30-40 साल तक सत्ता में रहेगी। केंद्रीय कार्यकारिणी में शाह द्वारा पेश राजनीतिक प्रस्ताव का असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने समर्थन किया। बाद में, सरमा ने शाह के भाषण की जानकारी दी। सरमा के अनुसार, अमित शाह के भाषण का मुख्य सार जातिवाद, वंशवाद और तुष्टीकरण से देश को निजात दिलाने को लेकर था। उन्होंने साफ किया कि पिछले दिनों हुई उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या जैसी घटनाओं का शाह ने उल्लेख नहीं किया, इसकी बजाय उनका भाषण देश के मौजूदा हालात, उसकी वजहों और उनसे निपटने की भाजपा की रणनीति तक सीमित रहा।

शाह ने साफ किया कि देश की मूल समस्या जातिवाद, वंशवाद और तुष्टीकरण है। देश में बढ़ती कट्टरता और सांप्रदायिक तनाव के लिए तुष्टीकरण ही जिम्मेदार है। तुष्टीकरण के सफाए से सांप्रदायिक कट्टरता अपने-आप खत्म हो जाएगी।


Tags:    

Similar News