पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने किया राहुल गांधी का बचाव, कहा - मानहानि कानून शुद्ध उत्पीड़न का साधन

Update: 2023-03-23 10:29 GMT

 कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी को मोदी सरनेम बयान से जुड़े मानहानि केस में सूरत कोर्ट ने गुरुवार को दोषी करार दिया। राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई गई और 15 हजार का जुर्माना भी लगाया है। कोर्ट के इस फैसले के बाद कांंग्रेस पार्टी के तमाम नेताओं से लेकर विपक्षी पार्टियो के नेता राहुल गांधी के समर्थन नें ट्वीट कर रहे है। अब इंडिया टूडे के पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी राहुल गांधी के बचाव में ट्वीट किया है। 

राजदीप सरदेसाई ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि आपराधिक मानहानि कानून 19वीं सदी के अवशेष हैं। यहां तक ​​कि ब्रिटेन ने भी उन्हें क़ानून की किताबों से हटा दिया है। भारत में, वे शुद्ध उत्पीड़न के एक साधन हैं। राहुल गांधी ने आज झेला है, कई अन्य कम ज्ञात लोगों को अभी भी निशाना बनाया जा रहा है। 'नया' भारत, औपनिवेशिक कानून! बदलना ही होगा!

जैसे ही राजदीप सरदेसाई ने राहुल गांधी के समर्थन में ये ट्वीट किया वैसे ही ट्विटर युजर्स ने उनकी क्लास लगा दी। एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि क्या आप उनकी इस टिप्पणी को सही ठहरा रहे हैं कि "सभी चोरों का सरनेम मोदी ही क्यों होता है?" मोदी एक व्यक्ति नहीं, एक बड़ा ओबीसी समुदाय है।

तो वहीं एक यूजर ने सवाल पूछा है कि फिर सवाल उठता है कि अगर कांग्रेस औपनिवेशिक थी तो उसे कभी निरस्त क्यों नहीं किया। आखिरकार वे करीब 60 साल तक सत्ता में रहे।

बता दें कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है इस बयान को लेकर राहुल पर पिछले 4 साल से मानहानि का मामला चल रहा था। कोर्ट ने 17 मार्च को इस मामले में सभी दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रखा था। आज राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने गुरुवार को दोषी करार दिया।

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