पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने किया राहुल गांधी का बचाव, कहा - मानहानि कानून शुद्ध उत्पीड़न का साधन
कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी को मोदी सरनेम बयान से जुड़े मानहानि केस में सूरत कोर्ट ने गुरुवार को दोषी करार दिया। राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई गई और 15 हजार का जुर्माना भी लगाया है। कोर्ट के इस फैसले के बाद कांंग्रेस पार्टी के तमाम नेताओं से लेकर विपक्षी पार्टियो के नेता राहुल गांधी के समर्थन नें ट्वीट कर रहे है। अब इंडिया टूडे के पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी राहुल गांधी के बचाव में ट्वीट किया है।
राजदीप सरदेसाई ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि आपराधिक मानहानि कानून 19वीं सदी के अवशेष हैं। यहां तक कि ब्रिटेन ने भी उन्हें क़ानून की किताबों से हटा दिया है। भारत में, वे शुद्ध उत्पीड़न के एक साधन हैं। राहुल गांधी ने आज झेला है, कई अन्य कम ज्ञात लोगों को अभी भी निशाना बनाया जा रहा है। 'नया' भारत, औपनिवेशिक कानून! बदलना ही होगा!
Criminal defamation laws are a 19th century relic. Even UK has struck them off the statute books. In India, they are an instrument of pure harassment: Rahul Gandhi has suffered today, many other less known are still being targeted. ‘New’ India, colonial laws! Must change!🙏
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) March 23, 2023
जैसे ही राजदीप सरदेसाई ने राहुल गांधी के समर्थन में ये ट्वीट किया वैसे ही ट्विटर युजर्स ने उनकी क्लास लगा दी। एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि क्या आप उनकी इस टिप्पणी को सही ठहरा रहे हैं कि "सभी चोरों का सरनेम मोदी ही क्यों होता है?" मोदी एक व्यक्ति नहीं, एक बड़ा ओबीसी समुदाय है।
Are you justifying his remarks "why do all thieves have the Modi surname?" Modi is a big OBC community, not a person.
— Shining Star 🇮🇳 (@ShineHamesha) March 23, 2023
Pathetic.
तो वहीं एक यूजर ने सवाल पूछा है कि फिर सवाल उठता है कि अगर कांग्रेस औपनिवेशिक थी तो उसे कभी निरस्त क्यों नहीं किया। आखिरकार वे करीब 60 साल तक सत्ता में रहे।
Again, the question arises, why did not the Congress ever repeal if it was colonial. After all they were in power for nearly 60 years.
— Chadalavada Raghuram (@Raghuram_C) March 23, 2023
Journalism of convenience!
— Kamlesh Dixit 🇮🇳 (@KamleshDixit23) March 23, 2023
बता दें कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है इस बयान को लेकर राहुल पर पिछले 4 साल से मानहानि का मामला चल रहा था। कोर्ट ने 17 मार्च को इस मामले में सभी दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रखा था। आज राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने गुरुवार को दोषी करार दिया।