PFI के खिलाफ NIA ने दायर की पांचवी चार्जशीट, सरकार को गिराने की थी साजिश, शरिया लागू करने की थी तैयारी
देश को अस्थिर करने के इरादे से आपराधिक साजिश रचने के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के खिलाफ पांचवी चार्जशीट दायर की है। NIA ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि PFI मौजूदा सरकार को गिराने की योजना पर काम कर रहा था। NIA चार्जशीट के मुताबिक उसका मकसद सरकार को हटाकर देश में शरीयत लागू करने का था। NIA की इस चार्जशीट में 19 लोगों के नाम हैं। जिसमें PFI के 12 राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद (एनईसी) के सदस्य, संस्थापक सदस्य और इस प्रतिबंधित संगठन के वरिष्ठ नेता शामिल हैं।
In its fifth chargesheet this month against PFI, the NIA has filed charges against 19 persons, including 12 National Executive Council (NEC) members, founding members and senior leaders of the banned outfit. PFI, as an organisation, has also been charge-sheeted in the case… https://t.co/G2rLMKtizJ pic.twitter.com/3Gvn4gWa30
— ANI (@ANI) March 18, 2023
बैंक खतों को किया गया फ्रीज़
NIA ने पीएफआई के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसके 37 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। इसके साथ ही पीएफआई से जुड़े 19 लोगों के 40 बैंक खातों पर भी रोक लगाई है। एनआईए के इस एक्शन के बाद संगठन की फंडिंग की गतिविधियों पर रोक लग गई है।
पीएफआई की ज्यादा सक्रियता केरल और तमिलनाडु में देखी गई है। इन राज्यों में पीएफआई का नाम अलग-अलग आपराधिक साजिशों में आया है। पीएफआई पर आरोप है कि वह मुस्लिम युवाओं को उकसाकर समाज के अलग-अलग समुदायों के बीच दरार पैदा करने का काम कर रही है। वहीं आरोप के मुताबिक पीएफआई का उद्देश्य 2047 तक भारत में इस्लामिक शासन कायम करना है।