SC के जस्टिस सूर्यकांत और परदीवाला पर महाभियोग चलाने को लेकर शुरू हुआ कैंपेन, हर सेकेंड जुड़ रहे लोग
SC के जस्टिस सूर्यकांत और परदीवाला पर महाभियोग चलाने को लेकर कैंपेननूपुर शर्मा पर बयान देने वाले सुप्रीम कोर्ट के दोनों जजों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। जजों के बयान के बाद से देशभर में लगातार उनके खिलाफ अभियान चल रहे हैं और बड़ी संख्या में लोग दोनों जज के बयान पर आपत्ति जता रहे हैं।
बता दें, कि एक याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जे बी पारदीवाला ने उदयपुर में हुए दर्जी कन्हैयालाल के जघन्य हत्याकांड के पीछे का कारण नूपुर शर्मा को बताया था। जबकि कन्हैयालाल के हत्यारे मोहम्मद रियाज जब्बार और गौस मोहम्मद ने कन्हैयालाल की बेरहमी से हत्या कर दी थी जिसके बाद उन दोनों ने वीडियो भी बनाया था। इस सब के बावजूद भी सुप्रीम कोर्ट के दोनों जजों का हत्याकांड के पीछे नूपुर शर्मा को कारण बताया था।
अब सोशल मीडिया पर हिंदू आईटी सेल के विकास पांडेय ने जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस पारदीवाला के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। विकास पांडेय ने लोगों से इस अभियान से बड़ी संख्यां में जुड़ने के लिए लोगों से अपील की है। उन्होंने कहा कि वो बड़ी संख्यां में लोगों से हस्ताक्षर ले रहे हैं ताकि वो सांसदों को सौंप पाएं और संसद में सांसदों से जजों पर महाभियोग चलाने के लिए प्रस्ताव लाने का आग्रह कर पाएं।
बता दे, हिंदू आईटी सेल के विकास पांडे ने अपने ट्वीट में इसकी जानकारी देते हुए कहा, "मैंने एक याचिका बनाई है जो सांसदों को दी जाएगी। ये जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जे.बी परदीवाला के खिलाफ महाभियोग कार्रवाई शुरू करवाने की ओर एक कदम है। याचिका पर हस्ताक्षर करें!"
I just made a petition which shall be given to MPs. It's for the Initiation of Impeachment Proceedings against Justice Surya Kant & Justice J. B. Pardiwala - Sign the Petition! https://t.co/exBxgaYnn5
— Vikas Pandey (@MODIfiedVikas) July 5, 2022
बता दें, कि ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान शुरू के कुछ घंटों के भीतर ही हजारों लोगों का समर्थन प्राप्त हो चुका है। अबतक 80,000 लोगों ने हस्ताक्षर कर दिया है। अब देखना ये होगा कि इस हस्ताक्षर के माध्यम से सांसदों पर कितना दबाव बन पाता है। बता दें कि www.change.org प्लेटफॉर्म पर चलाई जा रही