PFI का ख़तरनाक मंसूबा, '2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की योजना' का हुआ खुलासा, बिहार पुलिस ने दो संदिग्ध को किया गिरफ़्तार

Update: 2022-07-14 07:55 GMT

बिहार पुलिस ने पटना जिले से दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक दोनों आतंकी देश विरोधी गतिविधियों में शामिल थे और एक समुदाय विशेष के लोगों को आतंकी प्रशिक्षण देने का काम कर रहे थे. उनके कब्जे से कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं. जिनसे पता चलता है कि दोनों आतंकी वर्ष 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने और मुगलों का राज फिर से स्थापित करने की दिशा में काम कर रहे थे.

पटना के एएसपी मनीष कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पकड़े गए आतंकियों के नाम मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज हैं. मोहम्मद जलालुद्दीन झारखंड पुलिस का रिटायर्ड ऑफिसर है. वहीं अतहर परवेज पहले देशविरोधी गतिविधियों की वजह से कई साल पहले प्रतिबंधित हो चुके आतंकी संगठन सिमी का सदस्य था. इस संगठन पर बैन लगने के बाद वह पीएफआई से जुड़ गया और इन दिनों उसके राजनीतिक विंग एसडीपीआई के लिए काम कर रहा था.

एएसपी ने बताया कि सिमी पर बैन के बाद वर्ष 2002 में बम ब्लास्ट हुए थे. इस मामले में अतहर परवेज का छोटा भाई अरेस्ट किया गया था, जो कई महीने जेल में रहकर आया था. वे दोनों एक खास समुदाय के लोगों के लिए आतंकी ट्रेनिंग कैंप चला रहे थे. दोनों आतंकियों को इस काम के लिए हवाला के जरिए पाकिस्तान और बांग्लादेश से फंडिंग मिल रही थी. इसके अलावा भारत के अंदर केरल, बंगाल, यूपी से भी उन दोनों को पैसा भेजा जा रहा था.

एएसपी ने बताया कि दोनों आतंकियों ने फुलवारी शरीफ के नया टोला अहमद पैलेस को अपना ट्रेनिंग कैंप बनाया हुआ था. वहीं पर वे मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग के नाम पर देश के अलग-अलग हिस्सों से समुदाय विशेष के युवकों को बुलाते और उन्हें आतंकी गतिविधि की ट्रेनिंग देते. इस ट्रेनिंग में उन्हें हथियार चलाने के साथ ही भारत में मुसलमानों की कथित दुर्दशा, मोदी सरकार के कथित जुल्मों के किस्से सुनाकर युवकों का ब्रेनवाश किया जाता. दोनों आतंकियों के पास से 8 पेज का विजन पेपर भी मिला है, जिसमें वर्ष 2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की बात कही गई है.

इस विजन पेपर में लिखा है, 'PFI इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है कि अगर मुसलमानों का केवल 10 प्रतिशत हिस्सा भी उसके पीछे लामबंद होकर खड़ा हो जाए तो वह बहुसंख्यक कायर समुदाय को घुटनों पर ला देगा और मुसलमानों को पुरानी प्रतिष्ठा वापस दिलवा देगा.' आतंकियों ने अपने इस विजन पेपर का नाम 'India vision 2047' रखा था. यानी वे वर्ष 2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने के इरादे से काम कर रहे थे. 

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