तेजस्वी यादव पर प्रशांत किशोर ने बोला हमला, कहा- 10वीं फेल CM बनने का सपना देख रहे और पढ़े-लिखे दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर

Update: 2022-12-14 07:08 GMT

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य मंत्री और लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव को अपना राजनीतिक वारिस घोषित किया है तब से विपक्ष में खलबली मच गई है। इसी कड़ी में चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव की योग्यता पर सवाल खड़े किए हैं। प्रशांत किशोर ने मंगलवार को कहा कि यहां पढ़े-लिखे लोग रोजगार के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं और बिहार में दसवीं पास नहीं करने वाले, नेताओं के बच्चे मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं।

तेजस्वी यादव पर प्रशांत किशोर ने बोला हमला

प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीटर हैंडल से एक शेयर किया जिसमें बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) और केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) में उत्तीर्ण उम्मीदवारों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर रही है। प्रशांत किशोर ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि 10 लाख सरकारी नौकरियों का झूठा वादा करने वाली सरकार TET और CTET पास कर बेरोज़गार बैठे लोगों पर लठियां चलवा रही है। उन्होंने आगे लिखा कि बिहार में दसवीं पास नहीं करने वाले नेताओं के बच्चे CM बनने का सपना देख रहे हैं और सामान्य परिवार के पढ़े लिखें लोग नौकरी और रोज़गार के लिए दर-दर की ठोकर खा रहे हैं।

नौकरी मांग रहे शिक्षक अभ्यर्थियों पर फिर बरसा बिहार पुलिस का डंडा

बता दे, बिहार में एक बार फिर से शिक्षक अभ्यर्थियों पर उनका हक मांगने के लिए पुलिस ने डंडा बरसाया है। बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कई वादे किए थे। आज वो वादे याद दिलाने के लिए बिहार के शिक्षक अभ्यर्थी सड़कों पर उतरे तो उन्हें लाठी और डंडे से जवाब दिया गया। दरअसल सभी अभ्यर्थी 7वें चरण की बहाली विज्ञप्ति जारी करने की मांग को लेकर पटना के डाकबंगला चौराहे पर प्रदर्शन शुरु कर दिया।


प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लाठी चार्ज करना शुरु कर दिया। प्रदर्शन की वजह से ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो रही थी। अब बिहार पुलिस को ट्रैफिक से छुटकारा के लिए एक बेहतरीन उपाय सूझा और इसी क्रम में प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर मारना शुरु कर दिया। बता दें, प्रदर्शनकारियों का ये कहना है कि 'शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) और बिहार टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (BTET) पास करने के चार साल बाद भी नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया गया। अभी तक प्राइमरी टीचर के नोटिफिकेशन का इंतजार कर रहे हैं, जो जारी नहीं किया गया है।'

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