सुप्रीम कोर्ट की फटकार से बौखलाए राकेश टिकैत, फिर दिल्ली जाने की दी धमकी
किसानों की आड़ में देश का माहौल खराब करने वाले राकैश टिकैत की एक बार फिर से बौखलाहट सामने आई है और अब एक बार फिर से बौखलाए टिकैत ने दिल्ली तक आंदोलन को लेजाने की बात कही है और बयान देते हुए कहा है कि हाईवे हमने नहीं पुलिस ने ब्लॉक कर रखा है। सिंघू बॉर्डर पर भी अंदर तक गाड़ियां चल रही हैं। आगे के बॉर्डर हटा दें तो गाड़ियां आगे निकल जाएंगी। हमें भी परेशानी है। वो रोक देंगे तो हम आगे दिल्ली चले जाएंगे। हम चाहते हैं सरकार हमसे बात करके इसका समाधान करें ।
हाईवे हमने नहीं पुलिस ने ब्लॉक कर रखा है। सिंघू बॉर्डर पर भी अंदर तक गाड़ियां चल रही हैं। आगे के बॉर्डर हटा दें तो गाड़ियां आगे निकल जाएंगी। हमें भी परेशानी है। वो रोक देंगे तो हम आगे दिल्ली चले जाएंगे। हम चाहते हैं सरकार हमसे बात करके इसका समाधान करे: किसान नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/AxCJx3ec66
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 1, 2021
दरअसल आज ही सुप्रीम कोर्ट ने किसानों के लंबे समय से चल रहे आंदोलन पर किसानों को फटकार लगाई है और इसे आंदोलन का गलत तरीका बताया है और कहा है कि शहर का गला घोंटने के बाद अब किसान शहर के भीतर आना चाहते हैं, दरअसल किसान महापंचायत संगठन ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी जिस पर कोर्ट ने आज सुनवाई करते हुए फटकार लगाई और कहा लंबे समय से विरोध कर रहे किसानों ने पूरे शहर का गला घोंट दिया है और अब शहर के अंदर आकर उत्पात मचाना चाहते हैं। क्या शहर के लोग अपना कारोबार बंद कर दें या आपके प्रदर्शन से लोग खुश होंगे, कोर्ट ने कहा जब आपने कोर्ट का रुख किया है तो सत्याग्रह का क्या तुक है.....अदालत में भरोसा रखिए। एक बार जब आप अदालत पहुंच गए तब प्रोटेस्ट का क्या मतलब है? क्या आप ज्युडिशियल सिस्टम के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं? सिस्टम में भरोसा रखिए, आपको प्रदर्शन का अधिकार है, लेकिन राजमार्गों को ब्लॉक कर लोगों को परेशानी में नहीं डाल सकते हैं।
प्रदर्शन करने की इजाजत कैसे दी जा सकती- सुप्रीम कोर्ट
प्रदर्शन कर रहे किसान यातायात बाधित कर रहे हैं, ट्रेनों और राष्ट्रीय राजमार्गों को अवरुद्ध कर रहे हैं। सुरक्षा कर्मियों को निशाना बना रहे हैं, सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और फिर भी प्रदर्शन करने की मांग के लिए याचिका दायर कर रहे हैं। ऐसे में प्रदर्शन करने की इजाजत कैसे दी जा सकती है
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा कि वह राष्ट्रीय राजधानी में तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों द्वारा सड़क की 'नाकेबंदी' को हटाने के लिए क्या कर रही है? शीर्ष अदालत ने एक बार फिर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कि सड़कों को हमेशा के लिए कब्जा नहीं किया जा सकता।