रामलला की पूर्ण झलक आई सामने, मनमोहक मुस्कान के साथ दिखा श्रीराम का भव्य रूप

Update: 2024-01-19 12:23 GMT

राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर चल रही जोर-शोर से तैयारियों के बीच शुक्रवार (19 जनवरी, 2024) को रामलला की पूर्ण तस्वीर सामने आई. 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. रामलला की मूर्ति देखने में अद्भुत है. चेहरे पर मुस्कान भगवान राम की विनम्रता और मधुरता के बारे में बताती है. रामलला का स्वरूप साक्षात राम भगवान की तरह ही प्रतीत होता है. पहली नजर में रामलला की ये मूर्ति देखने वालों को मंत्रमुग्ध कर देती है.

आस्था और आध्यात्म की झलक इस मूर्ति से झलकती है. जो पहली ही नजर में राम भक्तों को आकर्षित करती है. भगवान राम के मस्तक पर लगा तिलक सनातन धर्म की विराटता को दर्शाता है. जो देखने वालों को भक्ति की एक अलग दुनिया में ले जाता है. मूर्ति में ऊं, गणेश, चक्र, शंख, गदा, स्वास्तिक और हनुमान की आकृति बनी हुई है. इस मूर्ति को मैसूर स्थित मूर्तिकार अरुण योगीराज ने तैयार किया है. इसकी ऊंचाई करीब 51 इंच और वजन 150 किलोग्राम बताया जा रहा है.

राम मंदिर में 16 जनवरी को रामलला के लिए अनुष्ठान शुरू हुआ था. राम मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों के अनुसार अनुष्ठान 21 जनवरी तक जारी रहेंगे और रामलला की मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए जरूरी हर अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे. 121 ‘आचार्य’ अनुष्ठान का संचालन कर रहे हैं. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर एक बजे समाप्त होगा. दरअसल, प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औऱ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित हजारों लोग शामिल होंगे.

राम मंदिर का ऐतिहासिक फैसला सुनाने वाले सुप्रीम कोर्ट के जजों को मिला 'विशेष' आमंत्रण

बता दे, मंदिर-मस्जिद विवाद पर 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला दिया और मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था. प्राप्त जानकारी के अनुसार राम जन्मभूमि मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाने वाली सुप्रीम कोर्ट के संविधान पीठ के पांचों जजों को 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए राज्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. आमंत्रितों में पूर्व मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों और शीर्ष वकीलों सहित 50 से अधिक न्यायविद भी शामिल हैं.

 आमंत्रितों में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और पूर्व अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल का नाम भी शामिल है. मालूम हो कि राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद की सुनवाई करने वाले पांच जज जिन्हें आगामी 22 जनवरी के कार्यक्रम के लिए निमंत्रण पत्र भेजा गया है उनमें पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई, पूर्व सीजेआई शरद अरविंद बोबडे, सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, अशोक भूषण और एस अब्दुल नजीर के नाम शामिल हैं.

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