भारत बंद को लेकर टिकैत गैंग को लगा बड़ा झटका, जनता ने दिखाया आईना

कांग्रेस, आप, टीएमसी से लेकर कई विपक्षी पार्टियां कर रही समर्थन

Update: 2021-09-26 09:22 GMT

27 सितंबर को होने वाला राकैश टिकैत का भारत बंद का प्लान पहले ही सुपर फ्लॉप हो गया है, क्योकि इससे पहले जिस तरीके से देश की जनता ने राकैश टिकैत के कई आंदोलनों में टिकैत को आना दिखाने का काम किया है ठीक वैसे ही 27 सितंबर को होने वाले भारत बंद के आह्वान को देश की जनता ने ठेंगा दिखाने का काम किया है।


दरअसल मुजफ्फरनगर से राकैश टिकैत ने 27 सितंबर को भारत बंद का ऐलान किया उसके बाद से ही लोगों ने टिकैत को जवाब देना शुरू कर दिया था लेकिन अब जब तमाम विपक्षी पार्टियां टिकैत का खुलकर समर्थन कर रही हैं तो वहीं खेत के किसान से लेकर आम जनता ने इसका बहिष्कार किया है।

बता दें 27 सितंबर को संयुक्‍त किसान मोर्चा ने भारत बंद का ऐलान किया है सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक दिल्ली बॉर्डर के सभी रास्तों पर किसान धरने पर बैठेंगे। जिसको देखते हुए दिल्ली पुलिस की ओर से सुरक्षा के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था की गई है

किन- किन पार्टियों ने किया समर्थन

सुपर फलॉप होने वाले इस आंदोलन में कांग्रेस, आप सहित कई विपक्षी पार्टियों ने हिस्सा लेने का भी फैसला किया है इसी कड़ी में कांग्रेस ने 'भारत बंद' को समर्थन देने की घोषणा की है साथ ही पार्टी ने प्रदर्शन कर रहे किसानों से वार्ता बहाल करने की मांग भी उठाई। कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसके सभी कार्यकर्ता किसान संगठनों व किसानों द्वारा 27 सितंबर को बुलाए गए शांतिपूर्ण भारत बंद का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, '' हम मांग करते हैं कि किसानों के साथ वार्ता प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए क्योंकि वे पिछले नौ महीने से अधिक समय से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हुए हैं। हम मांग करते हैं कि बिना चर्चा के लागू किए गए ये तीनों काले कानून वापस लिए जाने चाहिए।''

आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्डा ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी 27 सितंबर को भारत बंद के आह्वान का पुरजोर समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हमेशा ''काले कानूनों'' के खिलाफ किसानों के साथ खड़े रहे हैं। चड्डा ने ट्वीट किया, '' आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल हमेशा इन काले कानूनों के खिलाफ किसानों के साथ खड़े रहे हैं। आम आदमी पार्टी, संयुक्त किसान मोर्चा के 27 सितंबर के भारत बंद के आह्वान का पुरजोर समर्थन करती है

मायावती ने ट्वीट कर कहा ,

केन्द्र सरकार से पुनः अपील है कि वह किसान समाज के प्रति उचित सहानुभूति व संवेदनशीलता दिखाते हुए तीनों विवादित कृषि कानूनों को वापस ले तथा आगे उचित सलाह-मशविरा व इनकी सहमति से नया कानून लाए ताकि इस समस्या का समाधान हो। अगर किसान खुश व खुशहाल होंगे तो देश खुश व खुशहाल होगा।

आंध्र प्रदेश सरकार संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में 27 सितंबर को बुलाए गए 'भारत बंद' को पूर्ण समर्थन देगी। यह घोषणा राज्य के सूचना एवं परिवहन मंत्री पर्नी वेंकटरमैया (नानी) ने शनिवार को की। इसके अलावा आंध्र सरकार ने विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों का भी समर्थन करने की बात कही है। वाम दलों और तेलुगू देशम पार्टी ने पहले ही भारत बंद को अपना समर्थन देने की घोषणा की है।


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