पार्टी सिंबल को लेकर चुनाव आयोग के पास पहुंची शिवसेना की लड़ाई, उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग से किया अनुरोध, कहा- कोई भी फैसला लेने के पहले हमारी बात भी सुनें.....

Update: 2022-07-11 12:22 GMT

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे बनाम एकनाथ शिंदे की जंग अब सुप्रीम कोर्ट के अलावा चुनाव आयोग में भी चलेगी। दरअसल शिवसेना अब इस मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग के पास पहुंच गई है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग में कैविएट दायर की है। जिसमें उन्होंने इलेक्शन कमीशन से यह गुजारिश की है कि अगर एकनाथ शिंदे उनके पास शिवसेना के चुनाव चिन्ह की मांग को लेकर आते हैं तो कोई भी फैसला लेने के पहले हमारी भी बात को सुना जाए। हमें अनसुना रखते हुए कोई भी फैसला न करें।

दरअसल कुछ दिनों पहले एकनाथ शिंदे गुट की तरफ से यह दावा किया गया था कि उनके पास दो तिहाई बहुमत है। विधायक और सांसद का समर्थन उनके साथ है तो फिर असली शिवसेना भी वही हैं। शिवसेना के चुनाव चिन्ह पर भी उनका ही हक है।

महाराष्ट्र में शिवसेना के संकट पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा आदेश दिया है। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा है कि इस मामले में तुरंत बेंच का गठन नहीं किया जा सकता है। साथ ही पार्टी के बागी 16 विधायकों के निलंबन पर अभी स्पीकर के फैसला लेने पर रोक लगा दी गई है। फ़िलहाल बागियों के मामले में आज सुनवाई नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह समय लेने वाला मामला है। तुरंत बेंच का गठन नहीं हो सकता है। विधायकों के खिलाफ अभी कोई कार्रवाई ना हो। बागी विधायकों के मामले में सीजेआई ने सुनवाई करते हुए यह टिप्पणी की है।

बता दें, पिछले महीने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के अधिकांश विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी और उसे राकांपा व कांग्रेस के साथ संबंध तोड़ने के लिए कहा था. पार्टी में विद्रोह के कारण उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई थी. जिसके बाद 30 जून को एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जबकि भाजपा के देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. इसके साथ-साथ शिंदे गुट की ओर से शिवसेन पर भी दावा किया गया है.

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